बीजेपी कार्यालय के विरोध में पंचायत, ग्रामीण धरने पर बैठे

खबरें अभी तक। गुरुग्राम के सिलोखरा गांव की जमीन पर बन रहे बीजेपी दफ्तर पर घमासान कम नहीं हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के विकास कार्यों के लिए जो वादा किया गया था। वो पूरा नहीं हुआ है और जो जिला उपायुक्त ने काम शुरू करने की आश्वाशन दिया था। लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हुआ, इसके विरोध सवरूप आज पंचायत हुई और ग्रामीण धरने और बैठ गए और आगे बड़ा आंदोलन की चेतावनी दी है।

साइबर सिटी का एक ऐसा गांव है। जिसकी जमीन बेसकीमती बताई जाती है गांव की लगभग 12 एकड़ पंचायती जमीन को हुड्डा विभाग ने अपने आधीन कर लिया और उसमे से कुछ एकड़ जमीन बीजेपी को दी गयी। जहां पर  बीजेपी कार्यलय  बनाया जा रहा है। जिसका  बीजेपी के बड़े नेताओ दुवारा उध्घाटन किया गया उसी दौरान भी गांव में इस जमीन को लेकर विरोध जारी था। ग्रामिणों का कहना था की इस जमीन पर ग्रामिणों के लिए तालाब ,सामुदायिक केंद्र ,पार्क बनाया जाये लेकिन जिला उपायुक्त दुवारा ग्रामिणों को आश्वाशन दिया गया था की उनकी मांगो को भी पूरा किया जाएगा और वहा तालाब पार्क सामुदायिक केंद्र का भी साथ साथ निर्माण कराया जाएगा।

उपायुक्त दुवारा  शुभ मुहूर्त भी किया गया था। लेकिन बीजेपी कार्यलय का काम शुरू हो गया और, तालाब, पार्क, सामुदायिक काम सुरु नहीं हुआ जिसका विरोध करने पर ग्रामिणों पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया और अब ग्रामिणों आर पार की लड़ाई के लिए अड्डे है और महा पंचायत करके दूरसे राज्य से मदद लेंगे और बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे है और धरने पर बैठ गए है।

ग्रामिणों को आस थी की गांव की ये जमीन ग्रामिणों के विकाश कार्य के काम आएगी और यहां सिलोखरा की ऐतिहासिक भूमि जहा,मंदिर ,पीर बाबा स्थल,जोहड़ ,पेड़ जैसी धरोहर को, सरकार उजाड़ देगी और अपना कार्यलय बनाएगी, और ग्रामीणों से वादा खिलाफी की जाएगी ग्रामिण अब महांपचायत कर इसको बड़ा आंदोलन का रूप देंगे और आज से ही वहा पर धरने पर बैठ गए है। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है।