22 दिन से धरना दे रही गैंगरेप पीड़ित ने आज से शुरू की भूख हड़ताल

खबरें अभी तक। पिछले 22 दिनों से फरीदाबाद के बीके चौक पर परिवार के साथ धरना दे रही गैंगरेप पीड़िता ने 23वें दिन अनशन शुरू कर दिया है, पीड़िता ने चेतावनी दी है कि वह एक साथ आत्महत्या नहीं करना चाहती, अब वह भूखहड़ताल पर बैठकर पूरे समाज के सामने तिल-तिल करके अपनी जान देगी, जिसकी जिम्मेदार महिला आयोग, पुलिस प्रशासन होगा। बता दें कि जनवरी में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। 6 महीने बीत जाने के बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

घूंघट डालकर गले मे माला पहने हुए दिखाई दे रही ये महिला बीके चौक पर टेंट लगाकर पिछले 22 दिनों से न्याय मांगने के लिये धरना दे रही है। जिसके साथ दो बच्चे और पति पर भी धरने पर है, धरने के चलते बच्चों की पढ़ाई छूट गई है। और पति की नौकरी, पूरी तरह से जीवन अस्त-व्यस्त हो जाने के बाद भी इस  पीड़िता की बात न तो महिला आयोग सुन रही है और न ही पुलिस। इसलिए अब महिला ने धरना स्थल पर ही 23वें दिन भूखहड़ताल शुरू कर दी है।

पीड़िता की माने तो जनवरी के महीने में उसके साथ गैंगरेप हुआ था। उसके बाद न्याय के लिये उसने चक्कर पर चक्कर लगाये न्याय न मिलने से परेशान होकर उसने बीके चौक पर धरना शुरू कर दिया, मगर 22 दिन बीत जाने के बाद न तो महिला आयोग ने सुध ली और न ही पुलिस प्रशासन की ओर से कोई संदेश आया, इसलिये अब उसने फैंसला लिया है कि वह अब समाज के सामने एक साथ अत्महत्या करके मरने की बजह रोजाना तिल-तिल करके मरेगी, जिसके लिये उसने भूखहड़ताल शुरू कर दी है, उसकी मौत की जिम्मेदार महिला आयोग और पुलिस प्रशासन होगा।

वहीं समर्थन देने पहुंचे अनशनकारी बाबा रामकेवल ने कहा कि कुछ लोग और पुलिस मान रही है कि महिला झूठे आरोप लगा रही है। मामला झूठा है, वह उन लोगों के साथ भी है अगर मामला झूठा है तो महिला को सजा होनी चाहिए।  पुलिस कार्यवाही करे अगर मामला झूठा पाया जाता है तो सभी संस्थायें खुद पीड़ित महिला को पुलिस को सोंपेगी। इतना ही नहीं धारा 182 की कार्यवाही के लिए भी उन्होंने बैनर पर लिखा हुआ है।