बुराड़ी कांड ने फिर लिया मोड़, बुजुर्ग महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सस्पेंस बरकरार

खबरें अभी तक। सामूहिक आत्महत्याओं से पूरे देश को झकझोर कर रख देने वाला दिल्ली का बुराड़ी कांड। एक ही परिवार के 11 सदस्यों की मौत के मामले में 10 शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। इसमें यह खुलासा हुआ है कि इन सभी की मौत फांसी लगने से हुई है। हालांकि इस मामले में घर की सबसे बुजुर्ग महिला नारायणी देवी की मौत पर सस्पेंस बना हुआ है। उनकी अभी तक  पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है। नारायणी देवी की बॉडी कमरे में जमीन पर पड़ी मिली थी। इनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सभी डॉक्टर की राय मेल नहीं खा रही है।

उधर सूत्रों की मानें तो इस मकान से केवल आम लोग ही नहीं डर रहे हैं, बल्कि पुलिस वालों में भी डर देखा गया है। जांच के लिए अंदर जाने की बात आते ही कोई भी पुलिसकर्मी अकेला मकान के अंदर नहीं जाता है। शुरू में पुलिसकर्मी आसानी से अंदर जा रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे इन आत्महत्याओं का रहस्य खुलता गया, पुलिसकर्मियों ने भी मकान के अंदर अकेला जाना बंद कर दिया। इस बात को दबी जुबान से क्राइम ब्रांच के अधिकारी भी मान रहे हैं। अगर ऐसा है तो आने वाले दिनों में इस मकान को सील करने के बाद पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि क्या यह मकान आने वाले दिनों में भूत बंगला बन जाएगा?

बता दें कि रविवार को जैसे ही एक परिवार के 11 सदस्यों की मौत की खबर आई इलाके में ही नहीं पूरे देश में इसको लेकर चर्चा है। इस मामले में पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। लेकिन घर में मिले दो रजिस्टर को लेकर पुलिस की जांच तंत्र-मंत्र की ओर भी है। दरअसल घर के अंदर बने एक छोटे से मंदिर से दो रजिस्टर भी मिले हैं जिसमें मोक्ष को लेकर लिखा गया है।

जांच में घर से अब तक कुल 11 डायरियां मिली हैं। इन डायरियों में अलग-अलग तीन लोगों की लिखावट है। इसमें अंतिम कुछ सालों में प्रियंका द्वारा ही डायरी लिखी गई है। ये डायरी उस दौरान लिखी जाती थी, जब भोपाल सिंह की आत्मा ललित में आती थी। जांच में घर से हनुमान चालीसा के अलावा कोई धार्मिक पुस्तक भी नहीं मिली है। परिवार से जुड़े लोगों के अनुसार घर में हनुमान चालीसा और गायत्री मंत्र का नियमित रूप से सुबह, दोपहर और शाम के समय जाप होता था।