हो जाइए सावधान, कहीं ये दुल्हन आपको दर्द ना दे जाए

ख़बरें अभी तक। बुंदेलखंड के बांदा लुटेरी दुल्हन को उसके गैंग के कई मेंबर के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये गैंग ऐसे युवकों को अपना शिकार बनाता था जिनकी शादी नहीं हो रही थी. गैंग सदस्य ऐसे लोगों से संपर्क कर उनसे मोटी रकम ऐंठ कर अपनी गैंग मेंबर से शादी कराते थे और तीन दिन बाद उनके घर से ज़ेवर समेटकर फरार हो जाते थे या गैंगरेप के झूठे मुक़दमे में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते थे. अकेले बांदा में ही पिछले दो महीने में इस गैंग ने दो लोगो को अपना शिकार बनाया है.

वीडियो में आप जिस दुल्हन के लिबास में सजी महिला को देख रहे हैं दरअसल ये वही लुटेरी दुल्हन है जिसने अब तक दर्जन भर लोगों के साथ अग्नि के सात फेरे लेने के बाद ठगी की है. छत्तीसगढ़ के कोरबा में रहने वाली इस लुटेरी दुल्हन का नाम निर्मला ठाकुर है और ये वीडियो आज से सिर्फ 7 दिन पहले 10जुलाई  का है जब शहर के संकटमोचन मंदिर में इस लुटेरी दुल्हन गैंग के चंगुल में फंसे घनश्याम तिवारी ने इस लुटेरी दुल्हन के साथ अग्नि के सात फेरे लिए थे और इस लुटेरी दुल्हन के साथ अपने गृहस्थ जीवन के सपने देखे थे.

काफी दिन से शादी के लिए लड़की की आस देख रहे घनश्याम ने इस गैंग की मेंबर साध्वी मालती शुक्ला, ममता द्विवेदी और निरंजन को शादी कराने के एवज़ में 50 हज़ार रूपये भी दिए थे, शादी के बाद लुटेरी दुल्हन तीन दिन घनश्याम के साथ रही लेकिन तीन दिन बाद प्लानिंग के तहत गैंग सदस्य कुलदीप वहां आ धमका और निर्मला को अपनी पत्नी बताकर घनश्याम से एक लाख की मांग की और मामला कोतवाली तक पहुंचा दिया जिसपर लुटेरी दुल्हन निर्मला और उसके तथाकथित पति कुलदीप ने पुलिस के सामने जबरन शादी कराने और गैंगरेप जैसे फ़र्ज़ी आरोप लगाकर घनश्याम को ही हवालात पहुंचा दिया.

मामला एसपी बांदा शालिनी तक पहुंचा और एसपी शालिनी ने मामले की जब तहकीकात की तो कहानी उलटी सामने आयी. इसी दौरान इस गैंग का एक और शिकार बांदा के गिरवां थाना के अर्जुनाह निवासी दिनेश पांडेय भी एसपी से मिले और अपनी कहानी बयान की. पीड़ित देशपांडेय को भी इस गैंग ने एक माह पूर्व अपना शिकार बनाया था और निर्मला ठाकुर ने उससे शादी कर रात में लाखो रूपये के ज़ेवर लेकर लुटेरी दुल्हन फरार हो गयी थी. एसपी शालिनी ने आरोपी निर्मला,उसके तथाकथित पति कुलदीप, साध्वी मालती, ममता और उसके पति निरंजन को हिरासत में लिया और पीड़ितों की तहरीर पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज उन्हें जेल भेज दिया है. इस मामले में सीओ सिटी का कहना है कि छत्तीसगढ़ के कोरबा से ये गैंग संचालित हो रहा है और प्रांरम्भिक जांच में पता चला है कि इस गैंग में लम्बी चेन है जो विभिन्न शहरो में लोगो को शादी कराने के नाम पर फाँसते हैं और उनसे ठगी करते है.