पुलिस ने किया अवैध असहला फैक्ट्री का भंडाफोड़, 3 आरोपी गिरफ्तार

खबरें अभी तक। रायबरेली जिले में बढ़ रहे अपराधों पर शिकंजा कसते हुए कप्तान सुजाता सिंह के निर्देशन बछरांवा पुलिस व स्वाट की संयुक्त टीम ने अवैध असलहों का जखीरा बरामद किया है। जहां पुलिस टीम ने 52 अवैध असलहा के साथ तमंचा बनाने के उपकरण सहित मौके से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि यह कार्यवाही प्रदेश में पहली बार हुई है कि इतने असलहा एक साथ बरामद किए गए हो।

बताते चले कि इधर कुछ माह से जिले मे लगातार अपराधो का ग्राफ बढ़ता देख एसपी सुजाता सिंह ने पुलिस को खुली छूट दे दी की किसी भी सूरत में अपराधी बाहर के बजाए जेल की सलाखों में हो और अपराधों पर नियंत्रण तत्काल लगाया जाए, फलस्वरुप बछरावां थाना प्रभारी जीडी शुक्ला द्वारा अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया गया जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारी महाराजगंज क्राइम के कुशल पर्यवेक्षण में प्रभारी सर्विलांस राकेश सिंह अपनी टीम के साथ प्रदेश की सबसे बड़ी अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ करने मे सफलता हासिल किया है जो थाना क्षेत्र के बछरांवा महराजगंज रोड से उमरन के जंगल मे शस्त्र बनाने का धंधा चटक रहा था, गिरफ्तार अभियुक्तों में रमेश प्रजापति  व चमन सोनकर तथा  शिवकुमार गुप्ता शामिल रहे।

प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से मुखातिब हूई  एसपी सुजाता सिंह ने बताया गिरफ्तार अभियुक्तों में से रमेश ने पुलिस को बताया वह अवैध असलहा बनाकर अपना खर्चा चलाता था। क्योंकि उसे पैसे की अधिक आवश्यकता थी जो घर से पैसा मिलता था उससे उसका गुजारा नहीं होता था। इस कारण वह अवैध शस्त्र बनाने के गलत धंधे में कूद गया और आगामी लोकसभा चुनाव में देशी तमंचे की मांग बढ़ जाती है इसलिए यह लोग 15 दिनों से देशी तमंचा बनाकर इकट्ठा कर रहे थे। रमेश ने यह कबूल किया कि इसके एवज में प्रति तमंचा 2500 से 3500 सौ रुपए मिलते थे ।उमारापुर के जंगल ताल में आज कार्य चल रहा था चमन और शिवकुमार भी आए थे।

जिन्हें शस्त्र की आवश्यकता थी और वह लोग तमंचा बना रहे थे बने हुए अवैध शस्त्रों को चमन व शिवकुमार ले जाते थे। उपरोक्त घटना का अनावरण करने वाली टीम को एडीजी लखनऊ द्वारी  25 हजार व आईजी लखनऊ परिक्षेत्र के द्वारा 25 हजार और  पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह की तरफ से  10 हजार रुपया नगद पुरुस्कार इनाम के रुप मे देने की  घोषणा की गई है।