बिजली के पोल को शिफ्ट करने आई बड़ी क्रेन का ब्रेक फेल होने से हुआ बड़ा हादसा

खबरें अभी तक। गाजियाबाद के खेड़ा इलाके में एक्सप्रेस-वे के किनारे उस वक्त एक बड़ा हादसा हो गया। जब एक्सप्रेस-वे के बिजली के पोल को शिफ्ट करने के लिए आई बड़ी क्रेन हाईवे से नीचे उतर रही थी और उसके ब्रेक नहीं लगे। वह सामने एक कमर्शियल बिल्डिंग से जा टकराई जिसकी वजह से क्रेन के आगे का लिफ्ट वाला हिस्सा शटर को तोड़ते हुए अन्दर घुस गया। गनीमत रही कि इसमें कोई जान का नुकसान नहीं हुआ।

हादसे की इन तस्वीरों ने सभी को हैरान कर दिया। हैरान इसलिए कि अगर यह घटना दिन में होती तो यहां कई जाने जा सकती थी। किस तरह से यह बड़ी क्रेन का आगे का हिस्सा कपड़े के शोरूम के अंदर घुस गया। शोरूम के अंदर किस तरह से सामान टूटा पड़ा है। दीवार टूटकर चकनाचूर हो गयी है। क्रेन आगे का हिस्सा करीब 8 फुट अंदर आ गया है। हालांकि इसमें कोई जान का नुकसान नहीं हुआ। लेकिन जिस तरह से हादसा हुआ एक बड़ी लापरवाही है। इस भारी भरकम क्रेन की टक्कर से यह बिल्डिंग आसपास के घरों पर गिर सकती थी। जिसमें कई जाने जा सकती थी कपड़े के शोरूम में काफी नुकसान हो गया और बिल्डिंग में दरार आ गई है।

आपको बता दें कि दिल्ली से लेकर मेरठ तक हाईवे को चौड़ा करके एक्सप्रेस वे का काम जोरों पर चल रहा है इसी क्रम में बिजली की बड़ी लाइन को शिफ्ट किया जा रहा है। जो छोटे पोल हैं उनको हटाकर बड़े और आधुनिक तरीके के पोल लगाए जा रहे हैं। उसी पोल को लगाने के लिए यह बड़ी क्रेन हाईवे से नीचे उतर रही थी कि तभी सामने की इस इमारत में जा घुसी बताया जा रहा है कि क्रेन लंबी होने की वजह से और जगह कम होने के कारण ड्राइवर क्रेन  को मोड नहीं पाया। इतने में ड्राइवर कुछ समझ पाता क्रेन आगे वाले शोरूम में टकरा चुकी थी।

इतना ही नहीं जिस वक्त यह हादसा हुआ बिजली आ रही थी। बिजली के ट्रांसफार्मर और कई पोल को भी ये क्रेन तोड़ चुकी थी। और बाद में शोरूम में घुस गई। शोरूम में टकराने से पहले क्रेन में बिजली के तार टच हो गए। और उसी डर से ड्राइवर क्रेन से नीचे कूद गया ताकि वह बिजली के हादसे से बच सकें और और इसी कारण ये क्रेन नियंत्रण से बाहर हो गयी।

उसके बाद शोरूम से टकराई और यह तस्वीर सामने आई। गनीमत यह रही कि बिजली का करंट क्रेन में नहीं उतरा और आग नहीं लगी जिस बिल्डिंग में क्रेन ने टक्कर मारी ये कमर्शियल बिल्डिंग है। और उसमें केवल ग्राउंड फ्लोर पर एक ही कपड़े का शोरूम है। जबकि बाकी चार मंजिला इमारत खाली पड़ी है। जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त कर्मचारी अंदर सो रहे थे।

हादसा सुबह करीब 6:00 बजे हुआ और कई घंटे बाद तक भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे केवल दो पुलिसकर्मी ही यहां तमाशबीनों को रोकते रहे। अगर इस हादसे की वजह से लोगों में गुस्सा होता तो यह दो सिपाही क्या कर पाते हैं। घटना के बाद प्रशासन की लापरवाही भी सामने है। क्योंकि अभी तक इसको हटाने का इंतजाम नहीं किए गए हैं।