नगर निगम की अनियमितता, तालाब के किनारे बनी दीवार गिरी

खबरें अभी तक। रामगढ़ में प्रचीन तालाब की दिवार गिरी दो दर्जन भेड़ बकरिया मर गई. भेड़ बकरी पालक मंगत राम और उसका बेटा हादसे का शिकार होते होते बचा. लोगों ने की भेड़ बकरी मालिक को मुआवजा देने की मांग हैं. नगर निगम के अंतर्गत वार्ड नम्बर 20 के पड़ने वाले सबसे बड़े कस्बा रामगढ़ में निगम द्वारा बनाई गई तालाब की चार दिवारी बूंदाबांदी में गिर गई जिसमे रामगढ़ के रहने वाले एक गरीब गड़रिये मंगत राम की लगभग दो दर्जन भेड़ बकरियां दबने के कारण मर गई।

गनीमत रही कि भेड़ बकरी पालक मंगत राम और उसका बेटा हादसे का शिकार होने से बाल बाल बच गया. लोगो ने बताया कि पीड़ित मंगत राम अपनी भेड़ बकरियों को पानी पिलाने के लिए पक्का तालाब पर लेकर आया था। जैसे ही भेड़ बकरियां तालाब के नजदीक बनी दिवार के पास से गुजरी तो दिवार गिर गई और उसकी चपेट में दो दर्जन भेड़ बकरियां आ गई जिनकी मौके पर ही मौत हो गई।

पहले भी दिवार बनाने वाले ठेकेदार व नगर निगम की कार्यप्रणाली पर उठ चुके है सवाल. बीते दिनों की नगर निगम द्वारा नवनिर्मित दिवार गिरने के कारण नगर निगम की खूब किरकिरी हुई थी अब इतना बड़ा हादसा हो गया है। कस्बा वासियो में दिवार के गिरने से विभाग के प्रति भारी रोष है।

कस्बावासियों का कहना है कि प्राचीन तालाब की चार दिवारी का निर्माण कार्य निगम द्वारा गत दिनों ठेकेदार के माध्यम से करवाया गया। करीब आठ फुट ऊंची दिवार जब बनाई जा रही थी तो ठेकेदार व वार्ड पार्षद को बार-बार अवगत करवाया गया था कि दिवार निर्माण कार्य मे कौताही बरती जा रही है। इसमें उचित गुणवत्ता का समान नही लगाया जा रहा है और न ही ईंटो की दिवार ज्यादा दिनों तक टिक पायेगी।

कस्बावासियों का कहना है कि इस कार्य मे लगे सामान की गुणवत्ता की जांच की जानी चाहिए और दोषी पाये जाने वाले लोगो के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।