सीआईडी को मिली बड़ी कामयाबी, 6000 करोड़ के घोटाले का मामला

खबरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश में अब तक के सबसे बड़े 6000 करोड़ के वित्तीय घोटाले में प्रदेश की सीआईडी को बडी कामयाबी मिली है. सीआईडी की टीम ने घोटाले के मुख्य सूत्रधार रहे कम्पनी के डीजीएम विनय कुमार की निशानदेही पर बडी संख्या में फर्जी बिल बरामद किए. ये बिल इस घोटाले में सबसे अहम सबूत माने जा रहे हैं. कंपनी के संचालकों ने फर्जी बिलों के आधार पर उत्तर भारत के 18 बैंकों से लगभग 22 सौ करोड के लोन लिए थे.

इस मामले में लगभग साढ़े 4 साल बाद सीआईडी जांच आगे बढ़ी है. इसके अलावा कम्पनी पर लगभग 21 सौ करोड के टैक्स सहित कुल लगभग 6 हजार करोड बकाया है. प्रदेश सीआईडी ने घपले के मुख्य आरोपी इंडियन टेक्नोमैक कम्पनी के मालिक राकेश शर्मा सहित उसके तीन साथियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है. राकेश शर्मा के विदेश में छुपे होने की आशंका है, जबकि उसके तीन और साथी भारत मे ही भूमिगत हैं.

देश में छुपे घपलेबाजों को पकडने के लिए इस मामले में गठित एसआईयू और सीआईडी की संयुक्त टीम लगातार दबिश दे रही है. गौरतलब है कि वीरवार को शिमला से आई प्रदेश सीआईडी की टीम ने आरोपी को साथ ले कर पांवटा के जगतपुर में मिश्रवाला में स्थित प्लांट में कागजों को खंगाला.