आशा के बाद अब सरकार की मुश्किलें बढ़ाएंगी मिड-डे-मील कार्यकर्ता

ख़बरें अभी तक। रेवाड़ी: पहले आंगनवाड़ी वर्कर्स, फिर आशा और अब अपनी मांगों को लेकर रेवाड़ी में सरकार के खिलाफ गर्जी मिडडे मील कार्यकर्ता सरकार पर भारी पड़ती दिखाई दे रही है. साल में दो बार ड्रैस, 18 हजार न्यूनतम वेतन और स्कूल रजिस्टर में रोजाना हाजरी लगना आदि इनकी प्रमुख मांगें है.

इन्होंने सरकार को चेतावनी भरे लहजे मे आगाह किया कि अगर जल्द ही उनकी मांगे पूरी नही हुई तो वे चंडीगढ़ विधानसभा का घेराव कर तब तक पड़ाव डालेगें, जब तक इनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती. इतना ही नहीं, इन्होंने यह भी चेतावनी दी क़ि मांगे पूरी न होने पर 2019 के चुनावों का बहिष्कार कर सरकार को सबक सिखाएंगी.

सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रांतीय सलाहकार और मिडडे मील कार्यकर्ताओं ने बताया कि दो महीने पूर्व इन्होंने अपनी मांगो को लेकर महेंद्रगढ़ में शिक्षा मंत्री के आवास पर भी धरना दिया था, जिसके बाद आश्वासन मुताबिक एक हजार रूपये वेतन तो बढ़ा दिया गया, लेकिन इनकी दूसरी मांगे नहीं मानी. वहीं जिन वर्कर्स को 15-15 वर्ष हो गए हैं, उन्हें हटाकर कुछ स्कूल प्रबंधको के चहेतों को लगाया जा रहा है, जो सरासर उनके साथ अन्याय है. यह किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा.