श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का राहुल गांधी पर करारा वार

खबरें अभी तक। प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाना राजनैतिक पार्टियों का अधिकार है। लेकिन वो इसका सदुपयोग करते है या दुरुपयोग य उनकी मानसिकता पर निर्भर करता है।  उन्होंने यह बात कन्नौज के छिबरामऊ इलाके में श्रमिक प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाने के बहाने राहुल गांधी जी जो कभी पार्लियामेंट में दिखाई नहीं पड़ते थे। इस अविश्वास प्रस्ताव के बहाने पहली बार वह अपने बोलने की भड़ास निकालें और वोट करके जिस तरह से उन्होंने सदन के अंदर नाटक दिखाया बोलने की ठीक बात प्रधानमंत्री के गले में जाकर लिपट गए और उन्होंने प्रधानमंत्री जी का आशीर्वाद मांगा प्रधानमंत्री उनका पीठ थपथपा है।

उसके बाद वहां से निकल कर उन्होंने अपनी आंख मारते हुए इस सारे घटनाक्रम को हास्यास्पद स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया जिससे मालूम होता है कि राहुल गांधी जी अभी भी बहुत बचकानी हरकतें करते रहते हैं और अभी भी राष्ट्रीय नेतृत्व के लायक अपने को तैयार नहीं कर पाए हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा देश में सरिया अटल बनाने की घोषणा के सवाल में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सभी धर्मों का अपना अंदरूनी कानून और नियम होता है। लेकिन अदालत के नाम पर व्यक्ति को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट इसके शिवाय आम लोगों के लिए कोई कोर्ट नहीं है और कोई भी नियम कानून किसी धर्म विशेष के लिए हो सकता है। लेकिन न्यायपालिका आम लोगों के लिए होती है।

उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म के लोग अपनी महिलाओं को इंसाफ नहीं दिला पा रहे हैं तो दूसरों को इंसाफ कैसे दिलाएंगे अपने आप उनके शरीयत न्यायालय पर सवाल उठता है उन्होंने कहा कि देश में सिर्फ तीन अदालतें हैं इसके सिवा कोई और अदालत नहीं है इससे पहले उन्होंने कार्यक्रम में 73 मजदूरों को प्रमाण बांटे। कार्यक्रम में मौजूद में उन्होंने सरकार द्वारा चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओ की जानकारी दी उन्होंने कहा की अगर सरकार की योजनाओ का लाभ उठाना है तो मजदूरों को अपना पंजीकरण कराना जरुरी है।