कांग्रेस तीन तलाक पर केन्द्र सरकार को देगी समर्थन लेकिन माननी होगी ये ‘शर्त’

खबरें अभी तक।  तीन तलाक पर मोदी सरकार की अपील तीन तलाक विधेयक को कांग्रेस का समर्थन मिलने की बात सामने आई है। दरअसल, कांग्रेस मोदी सरकार के तीन तलाक विधेयक को समर्थन देने के लिए तैयार है। लेकिन उससे पहले उसने केंद्र के आगे कुछ शर्तें रखी हैं। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कहा कि अगर सरकार तीन तलाक विरोधी विधेयक में महिला के लिए गुजारा भत्ता का प्रावधान करती है तो कांग्रेस इस विधेयक का समर्थन जरूर करेगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार महिला आरक्षण विधेयक के लिए तीन तलाक विधेयक की शर्त रखकर ‘सौदेबाजी’ कर रही है।

सुष्मिता देव ने कहा कि हम तीन तलाक विरोधी विधेयक के खिलाफ में कभी नहीं थे। लेकिन विधेयक का मौजूदा स्वरूप मुस्लिम महिलाओं को नुकसान पहुंचाने वाला है। इसमें पीड़ित महिला के लिए गुजारा भत्ता का प्रावधान होना चाहिए।‘‘ उन्होंने कहा कि महिला के गुजारा भत्ता के लिए मैंने लोकसभा में संशोधन पेश किया था। लेकिन वह पारित नहीं हो सका। अगर यह संशोधन स्वीकार कर लिया जाता है तो हम इस विधेयक का बिल्कुल समर्थन करेंगे।‘‘

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा,‘‘विधेयक का मकसद यही है कि मुस्लिम महिला को न्याय मिले और तीन तलाक पर अंकुश लगे। लेकिन पति जेल चला जाएगा तो महिला की जीविका का क्या होगा। इस पहलू पर हमें ध्यान देना होगा।‘‘ गौरतलब है कि एक बार में तीन तलाक के खिलाफ लाया गया ‘मुस्लिम महिला विवाह संरक्षण विधेयक’ लोकसभा में पारित हो चुका है और फिलहाल राज्यसभा में लंबित है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गत 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर महिला आरक्षण विधेयक को संसद में पारित किए जाने के लिए सहयोग करने को कहा था।