गरीबों का मसीहा माने जाने वाले आनंद कुमार के सुपर-30 का पर्दाफाश

खबरें अभी तक। सुपर 30 के सुपर हीरो कहां से आते हैं यह बड़ा सवाल है? सवाल तो यह भी है कि एक साल तक स्टूडेंट्स क्यों नहीं सामने लाए जाते हैं। आनंद कुमार के सुपर हीरो की तलाश में जब एक समाचार एजेंसी ने जांच की तो एक और बड़ा खुलासा सामने आया। 2015 में आईआईटी रिजल्ट आने के बाद आनंद ने 25 स्टूडेंट्स की लिस्ट सार्वजनिक की थी। जब इस लिस्ट में दिए गए नामों की पड़ताल की गई तो सामने आया बड़ा फ्रॉड। पूरी दुनिया में गरीबों का मसीहा माने जाने वाले आनंद गरीबी के नाम पर धोखा दे रहे हैं। सुपर 30 का दावा गरीब बच्चों को फ्री में कोचिंग कराने का है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।

कौन बनेगा करोड़पति की हॉट शीट से आनंद ने अमिताभ बच्चन के सवाल पर कहा था कि वह गरीब परिवार के बच्चों को ही सुपर 30 में पढ़ाते हैं। वह बच्चों को एंट्रेंस के जरिए लाते हैं और फिर उनके भाई प्रणव खुद बच्चों के परिवार की आर्थिक स्थिति की पड़ताल करते हैं। आंनद ने कहा था कि अब तो लोग शिकायत करने आते हैं कि हमारे बच्चे बड़े घर में पैदा हुए तो उनका क्या कसूर, उन्हें क्यों नहीं सुपर 30 में मौका दिया जाता है।

वर्ष 2015 में कई ऐसे स्टूडेंट्स जिन्हें सुपर 30 का सुपर हीरो बताया गया वह फिट-जी में पढ़ाई करते थे। आनंद कुमार सुपर 30 में पढ़ने वाले बच्चों को अपने पास रखकर फ्री में खाना और पढ़ाई का दावा करते हैं। जबकि कई स्टूडेंट्स ऐसे मिले हैं जो फिट-जी में ही पढ़ाई की हैं।