बिहार में बालिका गृह यौन शोषण मामले में जंतर-मंतर पर विपक्षी पार्टियों का धरना प्रदर्शन

खबरें अभी तक। आज बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह यौन शोषण मामले के विरोध में आज जंतर-मंतर पर विपक्षी खेमे की पार्टियों का धरना प्रदर्शन होगा। दरअसल मार्च 2018  में जब समाज कल्याण विभाग ने स्वाधारा संस्था का निरीक्षण किया था, तब यहां 11 महिलाएं थी। लेकिन संस्था के संचालक ब्रजेश ठाकुर के गिरफ्तार होने के बाद इस संस्था पर ताला लग गया। बता दे की इस प्रदर्शन की अगुवाई बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव कर रहे हैं।

इस धरना प्रदर्शन को तेजस्वी को वामदलों का भी समर्थन मिला है, वहीं ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने शामिल होने की बात कही है, और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का शामिल होना भी तय माना जा रहा है।

वही दुसरी ओर सुशील मोदी ने कहा की बीजेपी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री बिहार को सबके बीच शर्मसार कर रहे हैं। सुशील मोदी ने ट्वीट में लिखा है कि सरकार ने बालिका गृह मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। सुप्रीम कोर्ट स्वयं संज्ञान लेकर दोषियों को सजा दिलाने के लिए तत्पर है, तब इसपर राजनीति करने की कोई जगह नहीं बचती।

उन्होने कहा अगर तेजस्वी यादव फिर भी दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देना चाहते हैं, तो वे केवल बिहार को शर्मसार करेंग। इस मुद्दे पर वे साइकिल रैली का हस्र पहले ही देख चुके हैं। सुशील मोदी ने एक और ट्वीट कर कहा कि पीडि़तों को न्याय दिलाने में विपक्ष की कोई भूमिका नहीं है। राज्य के सभी महिला अल्पावास केंद्रों की जांच का जिम्मा स्वयं राज्य सरकार ने टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान (TISS) को सौंपा था और उसकी रिपोर्ट के आधार पर प्राथमिकी भी सरकार ने ही दर्ज करायी थी। मामला सीबीआई को सौंपने से पहले 10 लोगों को गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल की जा चुकी थी।