खबरें अभी तक। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे पड़ोसी देशों में भी शोक की लहर फैल गई है। अटल जी की शख्सियत ही ऐसी थी कि उनके चाहने वाले सिर्फ देश में ही नहीं विदेशों में भी हैं।
भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामगेयाल वांगचुक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम दर्शनों के लिए पहुंच गए हैं। वहीं नेपाल के विदेश मामलों के मंत्री पीके ग्यावाल, श्रीलंका के कार्यकारी विदेशी मंत्री लक्ष्मण किरीला, बांग्लादेश के विदेश मंत्री अबुल हसन महमूद अली और पाकिस्तान के कानून मंत्री अली जफर वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आज दिल्ली पहुचेंगे।
हमारे पड़ोसी देश श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रदांजलि देते हुए कहा, ‘आज हमने एक मानवतावादी और श्रीलंका का सच्चा दोस्त खो दिया। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक दूरदर्शी नेता और लोकतंत्र के रक्षक थे। परिवार और दुनियाभर में फैले उनके लाखों प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना।
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर भारत सरकार और भारत के लोगों के प्रति दिल से संवेदना। दुनिया उन्हें हमेशा एक आदर्श राजनेता के रूप में याद करेगी।
पाकिस्तान के होने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी इस उपमहाद्वीप की बड़ी राजनीतिक हस्ती थे। भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहतर करने के उनके प्रयास हमेशा याद रखे जाएंगे। इस कठिन घड़ी में हम भारत के साथ खड़े हैं।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने वाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की खबर सुनकर मुझे बेहद दुख हुआ। ईश्वर उनकी आत्म को शांति दें।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, ‘यह बांग्लादेश की जनता के लिए बहुत दुखद दिन है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से हम अत्यंत दुखी हैं। वह भारत के अत्यंत प्रसिद्ध बेटे थे।’
भारत में अमेरिकी के राजदूत केनेथ आइ जस्टर ने कहा कि वाजपेयी और बुश के कार्यकाल से पहले भारत अमेरिका संबंधों में दूरी बनाकर रखी जाती थी। दोनों नेताओं ने रिश्ते को नई ऊंचाई पर पहुंचाया।
भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने कहा भारत-चीन संबंध में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। माननीय अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा शोक।
गौरतलब है कि लंबे वक्त से मौत से जंग लड़ रहे अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार शाम 5.05 बजे दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। अटल बिहारी वाजपेयी खराब स्वास्थ्य की वजह से करीब पिछले दो महीने से यहां पर भर्ती थे।