पीएम मोदी पर राहुल का तीखा हमला, राफेल सौदे पर केंद्रित पार्टी का चुनाव

खबरें अभी तक। एक तरफ पीएम मीडिया के जरिए अपने कद को जनता के सामने रखने के लिए लगातार कार्यक्रम के तहत कुछ चयनित समाचार ग्रुपों को इंटरव्यू दिया तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी बैचों में सम्पादकों और पत्रकारों से मुलाकात कर रहे हैं। अब तक वह ऐसी 4 वार्तालाप कर चुके हैं और अंतिम वार्तालाप वीरवार को हुई थी। पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के निधन के कारण यद्यपि उन्होंने अपनी वार्ता बीच में ही छोड़ दी मगर राहुल ने प्रधानमंत्री पर तीखा हमला करने की कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने विश्वास के साथ कहा कि कांग्रेस और उसके गठबंधन घटक दल 2019 में भाजपा को सत्ता से बाहर उखाड़ फैंकेंगे।

उन्होंने इस बात को दोहराया कि कांग्रेस 5 राज्यों में गठबंधन करेगी और इस संबंध में ताजा गठबंधन की वार्ता पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के साथ जारी है। उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में गठबंधन को अंतिम रूप दिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रत्यक्ष रूप से राफेल समझौते पर चर्चा के लिए तैयार हैं, तो राहुल ने दृढ़ता के साथ अपना स्टैंड दोहराया।

जब उनसे आगे पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री ने चुनौती को स्वीकार किया है तो राहुल ने कहा, ‘‘मैं कहीं भी उनका सामना करने के लिए तैयार हूं। मेरे पास अधिक सबूत हैं और मोदी उनका सामना नहीं कर पाएंगे।’’ अंत में क्या होगा इस संबंध में कोई नहीं जानता है। मगर यह राहुल गांधी का एक नया रूप है। उनकी पार्टी का चुनाव अभियान राफेल सौदे पर केंद्रित है। यद्यपि अन्य विपक्षी पार्टियां राफेल मुद्दे पर उनके साथ हाथ मिलाने को तैयार हैं।