पाकिस्तान का चेहरा फिर हुआ बेनकाब,वाजपेयी के अंतेष्टि कार्यक्रम में भेजा आतंकवादी का भाई

खबरें अभी तक। पाकिस्तान भले ही पूर्व प्रधानमंत्री की मृत्यु के बाद शोक जता रहा है मगर फिर भी पाक अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आया। पाकिस्तान के नवनियुक्त प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अपनी दोस्ती का वास्ता देकर कांग्रेस के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को ग्रहण समारोह में बुलाया और सिद्धू ने भी बड़ी शिद्दत से दोस्ताना निभाया और शपथ समारोह में जाकर मीडिया में खूब सुर्खियां भी बटोरीं। लेकिन इस सब के बीच जो हुआ उससे पाक का नापाक चेहरा फिर बेनकाब हो गया। मामला सियासत का हो या फिर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के अंतेयष्टि कार्यक्रम में शोक संदेश लेकर आई टीम में आतंकी साजिशकर्ता डेविड हेडली के भाई को भेजने का। पाकिस्तान भारत के घावों को कुरेदने का कोई न कोई बहाना तलाश ही लेता है।

दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतेष्टि कार्यक्रम में शरीक होने के लिए 17 अगस्त को पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार के कानून व सूचना प्रसारण मंत्री अली जाफर भारत आए थे। उनके साथ आए तीन अधिकारियों में एक चेहरा डेनियल गिलानी भी थे। डेनियल मुंबई आतंकी हमले की साजिश को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाने वाले लश्कर आतंकी डेविड हेडली के भाई हैं। दोनों के पिता एक ही थे मगर मां अलग-अलग हैं। हालांकि पाकिस्तान सिविल सेवा के अधिकारी डेनियल गिलानी अपने सार्वजनिक बयानों में यह स्पष्ट कर चुके हैं कि उनका अपने दूर के भाई दाऊद गिलानी उर्फ डेविड हेडली से कोई संपर्क नहीं है।

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आखिरी बार दोनों की मुलाकात पिता सैय्यद सलीम गिलानी की मौत के वक्त दिसंबर 2008 में हुई थी। साथ ही इस बात से भी इंकार किया था कि उन्हें डेविड हेडले के आतंकी संपर्कों के बारे में कोई जानकारी थी। मुंबई आतंकी हमले के वक्त गिलानी पाक प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के कार्यालय में जनसंपर्क अधिकारी थे। करीब दो साल पहले हेडली ने ही मुंबई हमले पर वीडियो सुनवाई के दौरान बताया था कि पाक प्रधानमंत्री 26/11 की वारदात के बाद उनके पिता की मौत पर शोक जताने के लिए घर आए थे।