शिरोमणि अकाली दल ने निकाली जनचेतना रैली, काले झंडो से हुआ स्वागत

खबरें अभी तक। कुरुक्षेत्र के पिपली कस्बा में आज शिरोमणि अकाली दल द्वारा सियासी जमीन तलाशने के लिए जनचेतना रैली का आयोजन किया गया जिसमे अकाली नेता ने सुखबीर सिंह बादल ने बड़े बड़े जुमले छोड़े साथ ही उन्हें अपने भाषण के दोरान काले झंडे और नारेबाजी का विरोध भी सहना पड़ा। लकिन हेर्तान्गेज बात ये रही कि अपने अकेले दम पर हरियाणा में लोकसभा विधानसभा चुनाव लड़ने की मंच से घोषणा करने वाले अकाली नेता ने हरियाणा और पंजाब के सांझे मुद्दों खासकर हरियाणा के हितो से जुड़े मुद्दों पर कुछ नहीं बोला। यही नहीं उन्होंने मीडिया से भी कन्नी काटी और भाषण देने के बाद चुपचाप निकल गए। दरअसल हरियाणा का सबसे बड़ा मुद्दा SYL पर चुप्पी के साथ साथ उसके अलावा हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ और पंजाब की हिंदी भाषी इलाकों का हरियाणा का हस्तान्त्र्ण पर भी सुखबीर बादल ने कुछ भी नही बोला।

कुरुक्षेत्र के पिपली कस्बा में जनचेतना रैली का आयोजन शिरोमणि अकाली दल द्वारा किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि सुखबीर सिंह बादल बीबी जागीर कौर बलविंदर सिंह भुन्दड सहित कई अकाली दल की बड़ी हस्तियों ने शिरकत की।

इस अवसर पर सुखबीर  सिंह बादल ने कहां की वह आने वाला चुनाव हरियाणा में जरूर लड़ेंगे तथा अपनी जीत  सुनिश्चित करेंगे। इस रैली में सुखबीर सिंह बादल ने लोक लुभावने वायदे किए।

जनता के सामने रखें उन्होंने पंजाब का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी सरकार जब पंजाब में थी तो हमने किसानों  के बिल  400 यूनिट तक माफ किए वही यहां भी करेंगे। हमने  हर खेत को पानी देने का हमारी सरकार ने कार्य किया। यदि हमारी सरकार हरियाणा में भी बनती है तो यह सारा कार्य हम हरियाणा में भी करेंगे। इसी के साथ उन्होंने कहां की पंजाब में हमने वादा किया था कि एयरपोर्ट बनाएंगे और हमारी सरकार ने 6 एयरपोर्ट बनाएं। अमृतसर मोहाली लुधियाना हो आप देश के यह दुनिया के किसी भी कोने में वहां के जा सकते हो।

कांग्रेस पार्टी को सुखबीर सिंह बादल ने पानी पी-पीकर कोसा और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सिक्खों के साथ अन्याय किया। इतना ही नहीं उन्होंने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल तथा बंसीलाल को भी आड़े हाथों लिया। जब सुखबीर सिंह बादल अपना भाषण दे रहे थे। तब अचानक कुछ लोग आए और काले झंडे दिखाने लगे जिनको सिमरनजीत मान गुट के लोग बताए जाते हैं। किसी भी तरह का कोई टकराव न हो एतिहात के तौर पर पुलिस ने उनके नेता को हिरासत में ले लिया।