भारत को पहला गोल्ड, बजरंग पूनिया ने सोने पर लगाया दांव

खबरें अभी तक। झज्जर के बेटे ने पहला एशयन में गोल्ड मैडल जीत कर देश व झज्जर जिले का नाम रोशन किया इस जीत की खुशी को लेकर गाव खुड़न के लोगो में ख़ुशी का माहौल  डोल  नगाड़ो के बीच नाच कर ओर एक दूसरे को मिठाई खिला कर खुशी जाहिर की. ओर साथ ही कामना भी की बजरंग पुनिया गांव का पहलवान ओलम्पिक में भी गोल्ड लेकर आये ,पूरे भारत का नाम रोशन कर सभी गांव वालो को बजरंग से उम्मीद है  पहलवान के परिवार की बेटियों ने भी जीत पर खुशी जाहिर की ओर बताया हमारा भाई ऐसे ही मैडल लेकर आता रहे और सारा गाव ऐसे ही खुशी मनाता रहे आप को बता दे कि बजरंग पुनिया झज्जर जिले के गाव खुड़न का बेटा है इस से पहले भी कई बार मैडल जीत कर गाव का नाम रोशन कर चुका है परिवार से माता पिता को भी बजरंग से ओलम्पिक में मैडल लाने के लिए आँखे टिकी हुई है.

बजरंग ने भारत को दिलाया पहला गोल्ड मैडल

18वें एशियाई खेलों के पहले ही दिन रविवार को पुरुषों के 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता में भारत के बजरंग पूनिया ने देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता । उन्होंने फाइनल में जापान के दाइजी ताकातानी को 11-8 ये हारा दिया । बजरंग ने इंचियोन-2014 में खेले गए एशियाई खेलों में रजत पदक अपने नाम किया था। इस बार वह अपने पदक का रंग बदलने में सफल रहे।

बजरंग को इस वर्ग में स्वर्ण पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। चौबीस वर्षीय भारतीय पहलवान ने एशियाई खेलों से पहले लगातार तीन स्वर्ण पदक अपने नाम किये थे। उन्होंने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में, जार्जिया में तबलिसी ग्रां प्री और इस्तांबुल में यासर दोगु अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में खिताब जीता था।

स्वर्ण पदक बाउट से पहले बजरंग ने उज्बेकिस्तान के खानोव सिरोजिद्दीन, ताजिकिस्तान के फेजिएव अब्दुलकोसिम और मंगोलिया के बातचुलुन्न बातमागनाई को हराया। फाइनल में बजरंग ने पहला दांव ही टेक डाउन खेला था और छह अंक हासिल किए। इसी बीच जापानी खिलाड़ी ने दो अंक लिए। पहले राउंड का समाप्ति तक बजरंग 6-2 से आगे थे।

जपानी खिलाड़ी ने दूसरे राउंड में 6-6 की बराबरी कर ली थी लेकिन राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता बजरंग ने दो अंक लेकर स्कोर 8-6 और फिर 11-8 कर लिया स्वर्ण अपने नाम किया।

बजरंग पुनिया के माता पिता ने भी एक दूसरे को मिठाई खिला कर जीत की ख़ुशी जाहिर की और ओलम्पिक में भी गोल्ड लेकर आने की कामना भी की गई पूरा परिवार व गांव ख़ुशी से झूम रहा है देर रात तक गांव में जशन मना कर खुसी जाहिर की गई साथ ही पटाखे छूटा कर एक दूसरे को मिठाई भी खिलाई गई