एक दिन में रुपए में आई सबसे बड़ी गिरावट, डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे की गिरावट के साथ 70.95 के स्तर पर खुला

खबरें अभी तक। डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट का दौर लगातार जारी है। हाल ये है कि गिरावट थमने का नाम ही नहीं ले रही है। रुपया हर दिन रिकॉर्ड निचले स्तरों पर जा रहा है। आज भी डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर पर खुला है। डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे की गिरावट के साथ 70.95 के स्तर पर खुला है। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका तथा तेल आयातकों की मजबूत डॉलर मांग से रुपया कल अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 15 पैसे गिरकर 70.74 रुपए प्रति डॉलर के नए निम्न स्तर पर बंद हुआ।

PunjabKesari

अगस्त 2013 के बाद एक दिन में रुपए की यह सबसे बड़ी गिरावट है। इस साल रुपया अब तक 10 फीसदी टूट चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऑयल इम्पोर्टर्स और विदेशी बैंकों की तरफ से सरकारी बैंकों द्वारा बिक्री से रुपया गिर गया। रुपए की यह गिरावट जल्‍द ही आपकी जेब पर भी असर डालने वाली है।

Image result for पेट्रोल-डीजल होगा महंगा

डॉलर के मुकाबले रुपए के 70 के स्तर पार पहुंचने का असर क्रूड के इंपोर्ट पर हो सकता है। भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी से ज्यादा क्रूड आयात करता है। ऐसे में डॉलर की कीमतें बढ़ने से इनके इंपोर्ट के लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी। इंपोर्ट महंगा होगा तो ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ा सकती हैं।

देश में खाने-पीने की चीजों और दूसरे जरूरी सामानों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए डीजल का इस्तेमाल होता है। ऐसे में डीजल महंगा होते ही इन सारी जरूरी चीजों के दाम बढ़ेगा। अगर पेट्रोलियम उत्पाद महंगे हुए तो पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ साबुन, शैंपू, पेंट इंडस्ट्री की लागत बढ़ेगी, जिससे ये प्रोडेक्ट भी महंगे हो सकते हैं। ऑटो इंडस्ट्री की लागत बढ़ेगी, साथ ही डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी से माल ढुलाई का खर्च भी बढ़ने का डर रहता है। रुपए में गिरावट बनी रही तो कार कंपनियां आगे कीमतें बढ़ाने पर विचार कर सकती हैं।