NTA ने UGC-NET, JEE-1, JEET-2 और NEET परीक्षाओं का शेड्यूल किया जारी

ख़बरें अभी तक। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने UGC-NET, JEE-1, JEET-2 और NEET परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने दिसंबर 2018 में होने वाले इन सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन की तारीखों और एग्जाम शेड्यूल की तारीखों का ऐलान कर दिया है. UGC-NET Dec 2018- यूजीसी नेट दिसंबर से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी करवाएगी। इस परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया 1 सितंबर से 30 सितंबर तक होगी। वहीं परीक्षा की तिथि 9 से 23 दिसंबर 2018 है। इस परीक्षा का रिजल्ट 10 जनवरी 2019 को घोषित किया जाएगा।

JEE-Main 1- जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेश मैन-1 परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 से 30 सितंबर के बीच होगी। परीक्षा तिथि 6 – 20 जनवरी 2019 है। वहीं इस परीक्षा का रिजल्ट 30 जनवरी को घोषित किया जाएगा। JEE-Main 2- जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेश मैन-2 परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 8 फरवरी से 7 मार्च के बीच होगी। परीक्षा तिथि 6 – 20 अप्रैल 2019 है। वहीं इस परीक्षा का रिजल्ट 30 अप्रैल को घोषित किया जाएगा। CMAT & GPAT- GPAT- (ग्रेजुएट फॉर्मेसी टेस्ट) और CMAT (कॉमन मैनेजमेंट टेस्ट) परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू होकर 30 नवंबर तक चलेगी। इन दोनों परीक्षाओं को 28 जनवरी 2019 को आयोजित किया जाएगा। NEET-UG- नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू होकर 30 जनवरी तक चलेगी। परीक्षा तिथि 5 मई 2019 है। इस परीक्षा का परिणाम 5 जून 2019 को घोषित किया जाएगा।

बता दें कि इस बार UGC-NET की परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड होगी। इससे पहले UGC-NET की परीक्षा पेन और पेपर के द्वारा ऑफलाइन मोड से होती थी। एचआरडी मिनिस्ट्री ने कहा था की NEET की परीक्षाएं साल में दो बार ऑनलाइन मोड से होगी, लेकिन हेल्थ मिनिस्ट्री के कहने के बाद इस फैसले को वापस लिया गया। अब NEET की परीक्षा पहले की तरह ही साल में एक बार ऑफलाइन मोड से पेन और पेपर आधारित होगी। यूजीसी नेट इससे पहले सीबीएसई द्वारा करवाई जाती थी, लेकिन इस बार से ये परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी करवाएगी। JEE Main साल में दो बार आयोजित की जाएगी। ऑनलाइन या कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा के लिए देश भर में टेस्ट प्रैक्टिस सेंटर बनेंगे, ताकि एग्जाम से पहले सभी स्टूडेंट्स को प्रैक्टिस का मौका मिल सके। ये सुविधा खासकर ग्रामीण इलाकों के स्टूडेंट के लिए है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र में कंप्यूटर का इस्तेमाल ना के बराबर किया जाता है।