खबरें अभी तक। धरती के बाद अंतरिक्ष में भी अब साजिशन हमले हो रहे हैं? ये सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि पृथ्वी से 400 किमी की ऊंचाई पर इंटरनेशनल स्पेस सेंटर से एयर लीक होने का पता चला था। रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि अंतरिक्ष यान में गुरुवार को पाया गया छेद ड्रिल से हुआ और ऐसा जानबूझकर किए जाने की आशंका है।
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ‘रॉसकॉसमोस’ के महानिदेशक दमित्री रोगोजिन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पिछले हफ्ते हुआ वायु रिसाव नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर की गयी कोई हरकत हो सकती है। वहीं रूस ने मंगलवार को घटना की जांच शुरू कर दी है। रोगोजिन ने कहा कि खराबी पृथ्वी पर या फिर अंतरिक्ष में कहीं भी की गई हो सकती है।
रोगोजिन ने सोमवार को टेलीविजन पर प्रसारित किए गए बयान में कहा, ‘ड्रिलिंग की कई कोशिशें की गयी।’ उन्होंने कहा, ‘यह क्या है, विनिर्माण संबंधी कोई खामी या पूर्व नियोजित कार्रवाई?’ रोगोजिन ने कहा, ‘हम पृथ्वी वाले कोण की जांच कर रहे हैं। लेकिन एक और पहलू है। जिसे हम खारिज नहीं कर रहे, वह है अंतरिक्ष में जानबूझकर किया गया हस्तक्षेप।’
इससे पहले पृथ्वी की निकटवर्ती कक्षा में स्थापित अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पर खड़े रूसी अंतरिक्षयान में हुए एक छोटे से छेद को भरने के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। इस छेद की वजह से आईएसएस से हवा का रिसाव अंतरिक्ष में हो रहा था।