CSE की रिपोर्ट में खुलासा, दिल्ली मेट्रो से लोगों का मोह भंग, दुनिया की दूसरी सबसे मंहगी मेट्रो

ख़बरें अभी तक। दिल्ली के लोगों में सार्वजनिक परिवहन के प्रति झुकाव कम होता जा रहा है। दिल्ली मेट्रो का किराया बढ़ने से इस वर्ष अब तक करीब 4.2 लाख यात्रियों की कमी आई है। इससे न सिर्फ सड़कों पर वाहनों का बोझ बढ़ा है, बल्कि प्रदूषण भी बढ़ा है।

सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि कारगर नीति न होने से 2030-31 तक देश में निजी वाहनों की संख्या 50 फीसदी हो सकती है।

बता दें कि न सिर्फ दिल्ली, बल्कि लखनऊ, जयपुर और चेन्नई जैसे शहरों में भी सार्वजनिक परिवहन के प्रति लोगों का झुकाव कम होता जा रहा है।

इसके साथ ही सेंटर फॉर साइंस ऐंड इन्वाइरनमेंट (CSE) ने 2018 के लिए लागत और कमाई पर यूबीएस रिपोर्ट के आधार पर यह दावा किया है कि दिल्ली मेट्रो दुनिया की सभी मेट्रो सेवाओं में दूसरी सबसे ज्यादा महंगी मेट्रो सेवा है।