‘पंजाब व दिल्ली यूनिवर्सिटी की तर्ज पर करवाए जाएं प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव’

ख़बरें अभी तक। चंडीगढ़ प्रदेश में पंजाब व दिल्ली यूनिवर्सिटी की तर्ज पर प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव करवाए जाएं। यह बात हरियाणा के सभी छात्र संगठनों ने एकत्रित होकर प्रेसवार्ता में कही। इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला के आह्वान पर एमएलए होस्टल में हुई सभी छात्र संगठनों की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रदेश में छात्र संघ चुनाव प्रत्यक्ष तौर पर हो इसके लिए विरोधस्वरूप 10 सितम्बर को विधानसभा का घेराव करेंगे। इस बैठक में इनसो, एनएसयूआई, एसएफआई, एआईएसएफ सहित 9 मुख्य छात्र संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे।

दिग्विजय ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि छात्रसंघ चुनावों की निष्पक्षता को खत्म करने के लिए ही अप्रत्यक्ष चुनाव करवाना चाहती है लेकिन इनसो इन चुनावों को हार्स ट्रेडिग़ का अड्डा नहीं बनने देगी। इनसो राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह भी कहा कि सभी छात्र संगठनों ने संघर्ष समीति के बैनर के नीचे प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में प्रत्यक्ष चुनाव करवाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम वीसी को ज्ञापन भी सौंपे हैं।

बैठक में हिस्सा लेते हुए एसएफआई प्रदेशाध्यक्ष व प्रत्यक्ष चुनाव छात्र संघर्ष समीति के संयोजक शाहनवाज ने कहा कि सरकार के अप्रत्यक्ष चुनाव कराने के मुद्दे पर सभी छात्र संगठन लामबंद होकर सरकार के इस फैसले का विरोध करते हैं और वह प्रत्यक्ष चुनाव के लिए हर संघर्ष में इनसो के साथ खड़े हैं।

एनएसयूआई की तरफ से आए प्रतिनिधि अमित कौशिक ने कहा कि प्रदेश की सरकार यह जानती है कि एबीवीपी का किसी भी कॉलेज या विश्वविद्यालय में कोई जनाधार नहीं है। इसीलिए भाजपा सरकार चाहती है कि अप्रत्यक्ष चुनाव कराए जाएं ताकि खरीदफरोख्त कर एबीवीपी के जरिए आरएसएस और भाजपा की विचारधारा का प्रचार उच्च शिक्षण संस्थानों में किया जा सके, लेकिन सरकार के इस फैसले के विरुद्ध सभी छात्र संगठन एक हैं और छात्र संघ चुनावों में लोकतंत्र की हत्या नहीं होने दी जाएगी।

दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि एबीवीपी का इस बैठक में हिस्सा न लेने से यह स्पष्ट हो जाता है कि वह भी छात्र विरोधी सरकार के षड्यंत्र में शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदर्शन से पहले सभी छात्र संगठन प्रतिनिधि सहित वह छात्रों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से मिलने के लिए समय भी मांगेंगे ताकि छात्रों के विचारों व मांगों को सरकार तक पहुंचाया जा सके। इस बैठक में मौके पर दिग्विजय सिंह चौटाला, शाहनवाज हुसैन, अमित कौशिक, प्रिंस रंजन, रणधीर चीका और जसविंद्र खैरा ने शिरकत की।