जानिए, सर्दियों में सेहत का कैसे रखें ख्याल…

खबरें अभी तक । सर्दी की दस्तक और प्रदूषण का काला साया फिर सांसो में घुलता ज़हर। इन सब बातों को सोचकर ही हालत खराब होने लगती है। गर्मी और बारिश की बात हो तो चल भी जाए… लेकिन सर्दी के दिन बड़ी ही मशक्कत से गुजरते है।

यदि सर्दियों में हमनें अपने रहन-सहन और खान-पान में बदलाव ना किया तो पूरी सर्दी कोई न कोई बिमारी को हमेशा बनी रहेगी। सर्दियों के दौरान होने वाले मौसम परिवर्तन का प्रभाव हमारे शरीर पर खासा पड़ता है।

लिहाजा खुद की देखभाल करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। सर्दी से बचने के लिये हम गर्म कपड़ों से तन तो ढंक लेते हैं लेकिन अंदरुनी जरुरतों को नज़रअदाज़ कर देते हैं।

अंदरुनी जरुररते जैसे…

पाचनतंत्र… पाचनतंत्र अंदरूनी शरीर के साथ-साथ बाहरी शरीर को भी तंदरुस्त बनाए रखने में एक अहम भूमिका निभाता है। यदि हमारा पाचनतंत्र स्वस्थ है तो हमारा शरीर और मन दोनो ही स्वस्थ रहेंगे।

तकनीकों से भरपूर होने के बाद भी इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम अपने लिए अलग से थोड़ा भी समय नहीं निकाल पाते। ऐसे में अपने खान-पान और बेहतर स्वास्थ पर ध्यान देना मुश्किल हो जाता है।

कुछ ऐसी ही समस्याओं से जूझ रहे लोगों के बारे में वैदिकग्राम की सीनियर डायटीशियन सलोनी सेठ का कहना है कि “एक नियमित और स्वस्थ खान-पान हमारे इम्युनिटी को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण है।

आने वाली सर्दी में लोगों को काफी परेशानी हो सकती है | अगर हम थोडी सी सावधानी रखें तो यह दिक्कते हमसे दूर ही रहेंगी। सर्दी में विटामिन सी का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करें जो की एन्टीएलर्जी एलिमेंट का काम करेगा।

किसी भी प्रकार की एलर्जी से बचने के लिए पानी का सेवन अधिक-अधिक मात्रा में करें। सब्जियां जैसे टमाटर, खीरा, पालक, आदि का प्रयोग भी ज्यादा करें। चटपटे तले-भुने पदार्थो को दूर से ही राम-राम कहें।

इसके अलावा खाली पेट घर से ना निकले। थोड़ी-थोड़ी देर पर तरल चीजों का सेवन करते रहें जिससे आपके शरीर में कभी कोई इन्फेक्शन या एलर्जी नहीं होगी और इम्यूनिटी भी मजबूत होगी।

गजब है गाजर-
गाजर में बीटा-कैरोटीन भरपूर होता है, जिसे शरीर विटामिन-ए में बदल लेता है। गाजर को सलाद के रूप में खाएं या इसकी सब्जी बना कर, यह फायदेमंद होता है। दाम में कम और पोषक तत्वों का भंडार होने की वजह से इसे सुपरफूड कहा जाता है। टमाटर और चुकन्दर मिला कर इसका जूस पीना त्वचा के साथ आंखों के लिए फायदेमंद रहता है। गाजर में मौजूद विटामिन-ए शरीर को संक्रमण से दूर रखता है। सांस से जुड़े रोगों में फायदा होता है। इसमें मौजूद एंटी एजिंग तत्व असमय बुढ़ापा आने से रोकते हैं। इसमें मौजूद विटामिन-सी और के, पोटैशियम व आयरन खांसी-जुकाम से लड़ने में मदद करते हैं। इनमें फाइबर अधिक होता है, जो पाचन सही रखता है

अदरक है गुणो का खान-
अदरक सिर्फ एक मसाला नहीं है। सेहत के लिए वरदान है। चाय में डाल कर पिएं, काढ़ा बनाएं या सब्जी में मसाले की तरह इस्तेमाल करें। इसमें भरपूर आयोडीन, कैल्शियम व विटामिन होते हैं। सूजन व दर्दकम करने के गुण होते हैं। यह शक्तिशाली एंटी वायरल भी है। कई आयुर्वेदिक दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है। ’ पेट की समस्याओं में लाभकारी होता है। गरिष्ठ भोजन खाने से होने वाला अपच दूर होता है और पाचन में सुधार होता है। अदरक के नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल काबू में रहता है व रक्तसंचार ठीक रहता है। अदरक संक्रमण से बचाता है। अदरक में एंटी फंगल और कैंसर प्रतिरोधी गुण पाए जाते हैं। गठिया, सियाटिका, आथ्र्राइटिस गर्दन व रीढ़ की हड्डी के रोगों में इसका काढ़ा फायदा पहुंचाता है।

गजब है गाजर-

गाजर में बीटा-कैरोटीन भरपूर होता है, जिसे शरीर विटामिन-ए में बदल लेता है। गाजर को सलाद के रूप में खाएं या इसकी सब्जी बना कर, यह फायदेमंद होता है। दाम में कम और पोषक तत्वों का भंडार होने की वजह से इसे सुपरफूड कहा जाता है। टमाटर और चुकन्दर मिला कर इसका जूस पीना त्वचा के साथ आंखों के लिए फायदेमंद रहता है। गाजर में मौजूद विटामिन-ए शरीर को संक्रमण से दूर रखता है। सांस से जुड़े रोगों में फायदा होता है। इसमें मौजूद एंटी एजिंग तत्व असमय बुढ़ापा आने से रोकते हैं। इसमें मौजूद विटामिन-सी और के, पोटैशियम व आयरन खांसी-जुकाम से लड़ने में मदद करते हैं। इनमें फाइबर अधिक होता है, जो पाचन सही रखता है

हरी पत्तेदार सब्जियां-
सर्दियां सरसों के साग के अलावा पालक, मेथी, बथुआ, सोया और पत्तागोभी के स्वाद लेने का मौसम है। इनमें कैलरी न के बराबर होती है और पोषक तत्व प्रचुरता में होते हैं। सेहत और स्वाद दोनों की दृष्टि से लाजवाब होती हैं पत्तेदार सब्जियां। पालक सीमित मात्र में ही खाना चाहिए। इसमें भरपूर आयरन होता है, पर ज्यादा आयरन सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। जिन्हें खून की कमी है, उन्हें सप्ताह में दो बार पालक जरूर खाना चाहिए। पकाते समय पालक के डंठल भी इस्तेमाल करने चाहिए। ब्रोकली में बहुत से एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर, कैल्शियम व मैग्नीशियम प्रचुरता में होते हैं। इसके सेवन से लो ब्लड प्रेशर में राहत मिलती है। सरसों और मेथी में भरपूर कैल्शियम होता है। सरसों में फोलेट और विटामिन ईभी पर्याप्त मात्र में होता है। यह हड्डियों को मजबूत बना कर गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाता है। यह अस्थमा, दिल के रोगों व मीनोपॉज में भी फायदा पहुंचाता है।

 गुणकारी गुड़-

तासीर में गर्म गुड़ को सर्दियों की मिठाई भी कह सकते हैं। सेहत और त्वचा दोनों के लिए यह फायदेमंद है। यह खून भी साफ करता है। मेटाबॉलिज्म धीमा नहीं पड़ने देता। गुड़ में कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम और कुछ मात्र में कॉपर भी पाया जाता है। चीनी की तुलना में इसमें पचास गुना ज्यादा खनिज पाए जाते हैं। मीठा होने के बावजूद यह वजन को नियंत्रित रखने में लाभकारी है। गुड़ शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालने में मदद करता है। यह भूख के साथ-साथ खून भी बढ़ाता है। गुड़ खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती और स्मरण शक्ति तेज होती है। गर्म दूध के साथ इसका सेवन वजन को नियंत्रित रखने में बहुत मदद करता है।

सेहत से भरपूर खजूर-

सर्दियों में नियमित खजूर का सेवन न केवल शरीर को अंदर से गर्म रखता है, बल्कि इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को मजबूत भी बनाते हैं। खजूर सुपाच्य होता है और इसमें फाइबर भी प्रचुर मात्र में होता है। इसमें वसा ना के बराबर होती है, इसलिए वजन बढ़ने की भी चिंता नहीं रहती। रोजाना दो से तीन खजूर हमारी फाइबर की रोजाना की छह प्रतिशत जरूरत को पूरा कर देते हैं। यह रक्त में हीमोग्लोबिन का सही स्तर बनाए रखता है। खजूर में विटामिन (ए, बी, के) के अलावा पोटैशियम और मैग्नीशियम प्रचुरता में होते हैं। खजूर दिल को दुरुस्त रखता है, बल्कि प्रोस्टेट, ब्रेस्ट और पेनक्रियाज के कैंसर से भी बचाव में सहायक है।

बलशाली बाजरा-

बाजरा बढ़ते बच्चों और बुजुर्गो के लिए फायदेमंद होता है। इसमें कैल्शियम प्रचुर मात्र में पाया जाता है। कुछ लोग इसे गरीबों का अनाज या मोटा अनाज भी कहते हैं। गांव-देहात में खाया जाने वाला बाजरा अपने कमाल के गुणों के कारण आज सुपरफूड के रूप में पहचाना जाने लगा है। इसमें कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन और फाइबर भारी मात्र में पाए जाते हैं। बाजरे की रोटी पचने में बहुत आसान होती है और इसमें ग्लूटन नहीं होता, इसलिए जिन लोगों को गेहूं के आटे से एलर्जी होती है, उनके लिए बाजरे की रोटी बहुत लाभकारी होती है। शुगर के मरीजों को भी बाजरा खाने की सलाह दी जाती है। किडनी में पथरी होने पर इसका सेवन नहीं करना चाहिए। बाजरे में प्रचुर मात्र में फाइबर होता है। यह कब्ज, गैस और अपच से छुटकारा दिलाता और पाचन तंत्र दुरुस्त रखता है। गेहूं और चावल की अपेक्षा बाजरे में कई गुना ज्यादा एनर्जी होती है और घी, धनिए व पुदीने की चटनी के साथ खाने से इसकी पौष्टिकता और स्वाद दोनों बढ़ जाते हैं।