हिसार कोर्ट ने दूसरे केस में भी संत रामपाल को सुनाई उम्रकैद की सज़ा

ख़बरें अभी तक। मंगलवार को हिसार की एक विशेष अदालत ने रामपाल को हत्या के मामले आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, वहीं आज केस नंबर 430 मामले में भी रामपाल को उम्रकैद की सज़ा सुनाई गई है जिससे रामपाल की मुसिबतें और बड़ गई है. वहीं रामपाल समेत 14 आरोपियों को सज़ा सुनाई गई है. रामपाल अब मरते दम तक जेल की सलाखों के पीछे ही रहना पड़ेगा.

वहीं जेल पहुंचते ही रामपाल को अब एक नई पहचान मिल गई है, अब वह कैदी नंबर 1005 के नाम से जाना जाएगा और अब रामपाल सब्जियां उगाएगा. सूत्रों के मुताबिक रामपाल ने कैदी नंबर 1008 की मांग की थी, लेकिन उसे 1005 नंबर मिला. जेल प्रशासन ने रामपाल को काम भी सौंप दिया है. बताया जाता है कि उसको जेल के पर्यावरण को सुधारने के लिए फूल-पौधे उगाने और उनकी देखभाल करने की जिम्मेदारी दी जाएगी.

हिसार की विशेष अदालत ने मंगलवार को रामपाल सहित कुल 15 लोगों को उम्र कैद की सजा सुनाई थी. रामपाल को 4 महिलाओं और एक बच्चे की हत्या के आरोप में दोषी पाया गया था, बीते 11 अक्टूबर को ही उसे दोषी करार दिया गया था. आजीवन कारावास के अलावा रामपाल पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.