अष्टमी के दिन जहां कन्या पूजन हो रहा था, वहीं दूसरी तरफ मासूम हो रही थी दरिंदगी का शिकार

ख़बरें अभी तक। रेवाड़ी: देवी के नवरात्रों में जहां पूरा देश कंजिका पूजन कर अपने आप को कृतार्थ करने में लगा हुआ है, वहीं दरिंदों के लिए बेटियां आज भी सिर्फ उनकी हवस मिटाने का साधन मात्र बनी हुई है। इसी के चलते कनीना प्रकरण के बाद रेवाड़ी में एक और सनसनीखेज मामला उस वक्त सामने आया है, जब स्कूल से घर लौट रही 7 वर्षीय एक मासूम को हवस के भेड़िए ने अपनी हवस का शिकार बना डाला।

मामला रेवाड़ी जिला के एक गांव का है, जहां मजदूरी करके अपना परिवार चलाने वाले एक प्रवासी मजदूर की 7 वर्षीय बेटी रोज की तरह बीते दिन भी स्कूल गई थी। स्कूल से घर लौटते वक्त पड़ोसी गांव के रहने वाले करीब 35 वर्षीय शख्स ने रास्ते में उसे पकड़ लिया और खेतों में ले गया, जहां इस शख्स ने मासूम के साथ जबरन दुष्कर्म किया और वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गया।

लहूलुहान हालत में घर पहुंचने के बाद जब मासूम ने मां को सारी आपबीती बताई तो परिजनों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत पीड़ित मासूम को अस्पताल ले जाकर उसका मेडिकल कराया। वहीं घटना की सूचना मिलते ही बाल संरक्षण कमेटी के सदस्य भी अस्पताल पहुंच गए। बहरहाल मासूम अस्पताल में उपचाराधीन है।

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्यों की माने तो पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है तथा उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं पीड़ित मासूम की मां प्रशासन और सरकार से एक ही गुहार लगा रही है कि उसे सिर्फ न्याय चाहिए। मगर पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। अब देखना होगा कि पीड़िता को कब तक न्याय मिल पाता है।