खबरें अभी तक। एक तरफ जहां दशहरे की धूम थी वहीं पंजाब के अमृतसर शहर में रावण दहन के समय एक भयंकर रेल हादसा हो गया। इस ट्रेन हादसे में लगभग 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक इस हादसे में मारने वाले अधिकतर लोग यूपी और बिहार के रहने वाले थे। इनमें से कई लोग अपने परिवार से दूर यहां अकेले रहते थे, इस वजह से उनके शवों की पहचान भी नहीं हो पा रही है।
यह भी पता चला है कि आसपास के इलाके में प्रवासी लोगों की संख्या ज्यादा थी। प्रशासन 60 लोगों के मरने की पुष्टि कर चुका है। लेकिन यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि इनमें से कितने शवों की शिनाख्त कर ली गई है। अभी कई लोग अपनों को तलाश रहे हैं। फिलहाल प्रशासन ने मरने वालों या पहचाने गए शवों की पूरी लिस्ट जारी नहीं की है।
प्रशासन अब तक यह भी नहीं बता पाया है कि मरने वालों के नाम क्या हैं और कौन कहां का रहने वाला था। अनुमान है कि अमृतसर के बाहर के लोग यहां ज्यादा रहते थे और मरने वालों में उनकी संख्या ज्यादा है। जानकारी के लिए बता दें कि शुक्रवार की शाम को रावण दहन देखने के लिए लोगों की भीड़ पटरियों के पास इकट्ठा हुई थी। और अचानक तेज रफ्तार से आई ट्रेन की चपेट में आने से कई लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
कैसे हुआ हादसा?
ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ा फाटक पर यह हादसा हुआ। मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे। जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि रावण के पुतले को आग लगाने और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल की पटरियों की ओर बढ़ना शुरू हो गए जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे। वहां अचानक ट्रेन आने से ट्रेन कई लोगों को रौंदती हुई आगे चली गई।