ख़बरें अभी तक। 19 अक्टूबर,2018 का दिन शायद ही कोई इंसान भूल पाएगा, दशहरे के दिन हुए इस रेल हादसे में 60 लोगों की दर्दनाक मौत को कोई भूला नहीं पाएगा, जहां एक ओर सब लोग रावण दहन के दिन खुश नजर आ रहे थे वहीं दूसरी तरफ अमृतसर के लोग मातम मना रहे थे, उन छोटे-छोटे बच्चों को क्या पता था जो घर से दशहरा मनाने निकले थे, उन्हें क्या पता था उनकी मौत इस तरह आएगी.
ट्रेन डीएमयू के इंजन नम्बर 11091 से कटे शवों का हाल इतना बुरा था कि परिजन अपनो को नहीं पहचान पा रहे थे, वहीं लोगों को उनके चिराग नहीं मिल रहे थे. लोग घटनास्थल पर पड़े कपड़ों के टुकड़ों को इकट्ठा करके अपनो की पहचान कर रहे थे. वहीं कई शवों के टुकड़े अभी भी उस खूनी ट्रेन में फसे हुए है.
जांच की दृष्टि से ट्रेन की अभी सफाई नहीं की गई है. बता दें कि घटना के दूसरे दिन शनिवार को ये ट्रेन अटारी पर पहुंचा दी गई है. लोगों के गुस्से को देखते हुए उनकी पहुंच से दूर ट्रेन को अटारी के रेलवे यार्ड में खड़ा किया गया है.