योगीराज में मोबाइल का टार्च जलाकर मरीज का कर दिया ऑपरेशन

खबरें अभी तक। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई है में जिसे देख कर आपको लगेगा यूपी के स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार कितना ध्यान दे रही है। देखते ही जाइए जिंदगी को खिलौना बना कर खेल रहे डॉक्टर अभी आप नहीं समझेंगे। टॉर्च जलाकर ऑपरेशन स्वास्थ्य विभाग ने अंधेरे में नसबंदी कैंप सजाकर यूपी सरकार के विकास के दावों को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर कादीपुर सीएचसी में प्रकाश में आया मामला अब चर्चा का विषय बना है।

टार्च जलाकर कर दिया आपरेशन

कादीपुर सीएचसी में नसबंदी कैंप में कानून का जमकर मखौल उड़ाया जा रहा।  स्वास्थ्य विभाग घोर लापरवाही बरतते हुए मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है। यहां नसबंदी कैंप में आई हुई। महिलाओं का आपरेशन मोबाइल की टॉर्च जलाकर हो रहा है।

ऑपरेशन थिएटर के अंदर जब मीडिया कर्मियों ने कैमरा चलना शुरू किया तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। हद तो तब हो गई कि जब कादीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात सीएससी अधीक्षक डॉ नित्यानंद चौधरी और डिप्टी सीएमओ डॉ आरएस वर्मा बैठकर नाश्ता करते नजर आए। और इधर स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ करती रही।

सीएमओ बोले- एक्‍शन लिया जाएगा

नसबंदी कैंप के कोआर्डिनेटर डीपी सिंह एचयू ने बाकायदा 25 कर्मचारियों की एक लंबी चौड़ी लिस्ट तैयार कर रखी है। लेकिन मौके पर मात्र लगभग दर्जनभर ही कर्मचारी उपस्थित मिले। काउंसलर शहनाज बानो और स्टाफ नर्स कल्याणी पांडे मौके से गायब मिली। डॉ शिखा सिंह महिला चिकित्सा अधिकारी भी मौके से नदारद रही। जबकि नसबंदी कैंप में आए हुए 6 महिलाओं का नसबंदी की गई। जिनमें सरिता (35) निवासी बरूई थाना गोसाईगंज, अमरावती (30) शुकुलपुर, रेनू (30) सलारपुर पोस्ट रवनिया करौंदी कला, पुनीता कनरवल करौदीकला, सरिता देवी ग्राम मठा तहसील लम्भुआ और अमरावती समोधपुर ब्लॉक सुईथा कला शामिल थी।