हैकर्स ने FB यूजर्स का किया डाटा हैक, करीब 7 रुपए में बेचे गए प्राइवेट मैसेज

खबरें अभी तक। विवादों से घिरी सोशल साइट FACEBOOK की मुसिबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है, डाटा लीक को लेकर FACEBOOK  को काफी मुसिबतों का सामना करना पड़ रहा है। एक बार फिर डाया लीक को लेकर FACEBOOK में घिरी नजर आ रही है। सुत्रों के मुताबिक करीब 81,000 यूजर्स के निजी मैसेज हैक हो चुका है यहां तक की हैकर्स यूजर्स के मैसेजों को करीब 7.29 रुपए में बेच रहे है। जिस वेबसाइट पर बिक्री के लिए डाटा को पब्लिश किया गया था, वह सेंट पीटर्सबर्ग में स्थापित बताई जा रही है।

वहीं, फेसबुक का दावा है कि FACEBOOK पर किसी प्रकार का कोई डाटा लीक नहीं हुआ है और यह रिपोर्ट निराधार है। हालांकि, फेसबुक ने यह जरूर माना है कि फेसबुक यूजर्स का निजी डाटा वायरस वाले एक्सटेंशन के जरिए हैकर्स तक पहुंचा है।

ऐसे सामने आया मामला

यह मामला सितंबर में सामने आया है, FBSaler नाम के एक यूज़र ने इंटरनेट फोरम पर जानकारी दी कि वे करीब 120 मिलियन (12 करोड़) अकाउंट्स को बेच रहे हैं। हालांकि, जब साइबर सिक्योरिटी फर्म डिजिटल शैडोज़ ने इस केस की जांच-पड़ताल की तो सामने आया कि 81 हजार अकाउंट्स को उनके प्राइवेट मेसेजेस के साथ बेचा जा रहा था।

टेक्स्ट के साथ फोटोज़ भी शामिल

वहीं, एक रिपोर्ट में बताया गया है कि बेचे जा रहे इन मैसेजेस में न सिर्फ टेक्स्ट था, बल्कि कुछ फोटोज़ भी शामिल थीं। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यूज़र्स के निजी मैसेजेस मालवेयर वेबसाइट्स और ब्राउज़र एक्सटेंशन्स से लिए गए होंगे। जिन यूजर्स के अकाउंट और मैसेजेस को बेचा जा रहा है, उनमें से ज़्यादातर यूजर्स यूक्रेन और रूस के अलावा, यूके, अमेरिका, ब्राज़ील और अन्य हिस्सों से हैं।

फेसबुक का बयान

वहीं, FACEBOOK के एग्जीक्यूटिव गाय रोजन ने बातचीत में कहा कि उन्होंने ब्राउज़र एक्सटेंशन के निर्माताओं से बातचीत कर यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि उनकी स्टोरीज़ में किसी भी तरह के मालवेयर एक्सटेंशन्स डाउनलोड के लिए उपलब्ध नहीं होने चाहिए। इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए FACEBOOK ने किसी भी तरह के अकाउंट हैक से इनकार किया और कहा कि जो भी लीक हुआ, उसमें उसकी कोई गलती नहीं है। अब देखना होगा कि इस नए विवाद के बाद कंपनी को दुनियाभर में यूजर्स से कैसी प्रतिक्रिया मिलती है।