खबरें अभी तक। असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर से मोदी सरकार पर निधाना साधते हुए अमित शाह पर बयान दे दिया है। पीएम मोदी पर हमल बोलते हुए इस बार उन्होंने बीजेपी के उस वादे को निशाने पर लिया जिसमें तेलंगाना बीजेपी ने प्रदेश में जीत दर्ज करने पर 1 लाख गाय बांटने की बात कही है। बीजेपी के इस चुनावी वादे पर ओवैसी ने रविवार को पूछा कि क्या उन्हें भी एक गाय मिलेगी या नहीं।
असदुद्दीन ओवैसी रविवार को चुंद्रगुट्टा विधानसभा क्षेत्र में एक आमसभा को संबोधित कर रहे थे। यहां से उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी ने इस सीट पर अकबरुद्दीन के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के युवा नेता शहजाद को खड़ा किया है। जनसभा के दौरान असदुद्दीन ने बीजेपी की उस ‘राजनीति’ पर हमला बोला जिसके तहत यूपी और अन्य बीजेपी शासित राज्यों में शहरों के नाम बदले जा रहे हैं।
नाम बदले जाने के पीछे बीजेपी की ‘मंशा’ पर सवाल उठाते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने आशंका जताई कि इस कदम से इतिहास बदलने की कोशिश हो रही है और मुस्लिम शासकों का योगदान खत्म करने की साजिश रची जा रही है। असदुद्दीन ओवैसी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘बीजेपी का यह काम दर्शाता है कि वह हिस्सेदार या बराबरदार नहीं है बल्कि किराएदार है।’
शहरों के नाम बदले जाने की बीजेपी नेताओं की मांग पर ओवैसी ने पूछा कि क्या उसके नेता अमित शाह का नाम भी बदलेंगे। ओवैसी ने कहा, ‘शाह पारसी शब्द है। इसलिए देखने वाली बात होगी कि बीजेपी अमित शाह के नाम में से शाह हटाती है या नहीं।
गौरतलब है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई शहरों के नाम बदलने का प्रस्ताव आगे बढ़ा रहे हैं। अभी हाल में उन्होंने फैजाबाद को अयोध्या करने की सिफारिश की है। इसके अलावा बीजेपी ने अहमदाबाद को कर्णावती नाम देने का प्रस्ताव किया है। असदुद्दीन ओवैसी पर ‘भड़काऊ भाषण’ देने के आरोप लगते रहे हैं। इस पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों का नेता होने के नाते उनका जिम्मा मोदी-शाह की जोड़ी का पर्दाफाश करना है।