ब्रिटिश पार्लियामेंट में गूंजे भागवत गीता के श्लोक

ख़बरें अभी तक। एसोसिऐशन यूके द्वारा आयोजित गीता महोत्सव में गीता श्लोकोचारण से ब्रिटिश संसद के वातावरण की फिजा धर्मनगरी कुरुक्षेत्र जैसी दिखी। यूके की टेम्ज नदी के तट पर स्थित लोकतन्त्र के इस प्राचीन मंदिर में ऑडीओ विजुव्ल्स के माध्यम से कुरुक्षेत्र के 48 कोस में फैले मंदिरों व तीर्थ स्थानों की यात्रा करवाई गयी।

उपस्थित जन समूह ने गीता प्रश्नौतरी में भाग ले कर महाभारत के विषय में पर्याप्त जानकारी का परिचय दिया। सर्वाधिक प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण गीता के छात्र छात्राओं का था जिसे संसद के अंग्रेज कर्मचारी यानि गोरे भी मंत्रमुग्ध हो कर सुन रहे थे. जिसमें आखिकार श्री कृष्ण ने अर्जुन का मोह भंग किया और वो युद्ध के लिए तैयार हो गया।

इस महोत्सव में हरियाणा के मुख्यमंत्री की ओर से इंग्लेंड वासियों को कुरुक्षेत्र आने के लिए निमंत्रण भी दिया गया। बड़े स्क्रीन पर राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य, सीएम मनोहर लाल के संदेश दिखाए गए। मंदाकिनी पराशर और ज्ञान शर्मा के भजन गायन से संसद में सात्विकता का संचार हुआ। हरियाणा एसोसिऐशन द्वारा पंडित अमरनाथ शास्त्री को उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया। शास्त्री जी ब्रिटेन में कई सालों से गीता पढ़ा रहे हैं।

कार्यक्रम का संचालन रेडिय़ो जॉकी कलाकार रवि शर्मा ने किया और उन्होंने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के प्रति विशेष आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य सौरभ चौधरी का योगदान इस पूरे आयोजन में अत्यंत सराहनीय रहा और अंत में संयोजक प्रवीण कुमार व राजेंद्र दहिया ने दर्शकों का धन्यवाद किया इस तरह  ब्रिटिश संसद में गीता महोत्सव का समापन शांति पाठ के साथ हुआ।