पिनगवां खंड कार्यलय में अधिकारियों व कर्मचारियों का टोटा

खबरें अभी तक। मनोहर सरकार ने डेढ़ साल पहले पिनगंवा सहित आस पास के 41गावों के लिए पिनगवां को खंड बनाकर यहां के लोगों की सबसे पुरानी मांग को पूरा कर दिया, लेकिन सरकार खंड कार्यलय में अधिकरियों  व कर्मचारियों की नियुक्ति को भूल गई। जिसके कारण यहां के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कस्बे के लोगों ने बताया कि सरकार ने  पिनगवां को ब्लॉक का दर्जा दिया तो लोगों को अपार ख़ुशी हुई थी। ब्लॉक के अंदर 41 पंचायतों को शामिल किया गया था। 28 अगस्त को ब्लॉक का उद्घाटन हुआ था  जिसका शुभारंभ वक्फ बोर्ड के चेयरमेन व विधायक रहीश खान के हाथो किया गया ।

ब्लॉक के कार्यलय में अधिकारी ,कर्मचारियों को पद खाली पड़े हुए , एक पद को भी नहीं भरा है। लोगों का कहना है  की पहले हमारा ब्लॉक फिरोजपुर झिरका लगता था लेकिन जब वहां जाते  है तो  वहां के कर्मचारी हमें पिनगवां ब्लॉक भेजते है। पिनगवां ब्लॉक में पहुंचते है तो यहां हमें कोई अधिकारी नहीं मिलते।  उन्होंने कहा कि जब सरकार ने ब्लॉक बना दिया तो यहां पर अधिकारी कर्मचारी की नियुक्ति करनी चाहिए थी । पहले से ज्यादा अब जनता परेशान है। वहीँ ग्रामीणों ने सरकार से अनुरोध किया है कि पिनगवां ब्लॉक में जल्द से जल्द अधिकारी -कर्मचारी बैठाये जाए।

आम जनता को पूरी सेवाएं दी जाएं ताकि आम जनता को परेशानी का सामना न करना पड़े। पिनगवां के सरपंच संजय सिंगला का कहना है उन्होंने खंड एंव पंचायत विभाग के अधिकारी से बात की है जिन्होंने पहले भी आश्वासन दिया है कि जल्द ही कर्मचारियों की यहां नियुक्ति की जाऐगी। 41 गावों के लोगों को जल्द ही यहां लाभ मिलना शुरू हो जाऐगा। बता दें कि नूंह प्रशासन ने कागजी कारवाही में भले ही नूंह ब्लॉक में अधिकारी बैठा दिया हो लेकिन हकीकत में आज भी कुर्सियां धूल फांक रहीं है।  सरकार और प्रशासन का इस और कोई ध्यान नहीं है।