’17 फरवरी को इनेलो और बीएसपी करेंगे विशाल जन अधिकार सभा का आयोजन’

ख़बरें अभी तक। “17 फरवरी को इनेलो और बीएसपी संयुक्त रूप से हरियाणा में एक विशाल जन अधिकार सभा का आयोजन करेंगे। जिसमे ओम प्रकाश चौटाला शिरकत करेंगे” ये बात आज सिरसा में नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि 1 दिसंबर से शुरू की गई अधिकार यात्रा को आम जन का पूरा समर्थन मिल रहा है। वहीं 17 फरवरी को होने वाली जन अधिकार सभा के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती को भी निमंत्रण दिया जायेगा और वो भी ज़रूर उसमे शामिल होंगी ऐसा उनका विशवास है।

नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने मुख्यमंत्री के आगामी सिरसा दौरे और केजरीवाल आगामी दिनों सिरसा आने के सवाल के जवाब में कहा कि जिन लोगों को कोई काम नहीं है उन्हें केवल उनका ही विधानसभा क्षेत्र दिखता है जैसे वो यहां से कुछ हासिल कर लेंगे। वहीं मुख्यमंत्री ने तो उनके हल्के में पिछली बार आकर भी 600 करोड़ की घोषणाएं करी थी, लेकिन उनमे से एक पर भी अभी तक कुछ काम नहीं हुआ। वहीं केजरीवाल की हरियाणा में सक्रियता पर उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल से तो केजरीवाल एक बार भी हरियाणा नहीं आये अब वो भी यहां आ रहे है।

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि केजरीवाल हरियाणा में और सक्रीय हो उनके आने से ही 1987 और ज्यादा आगे बढ़ेगा। गीता जयंती महोत्स्व पर अभय सिंह ने कहा कि ये तो जयंती और महोत्स्व ही मनाते है इसके इलावा इन्होने क्या काम किया है। वहीं नगर निगम चुनावो पर बोलते हुए कहा कि इन चुनावो में बीजेपी को अपनी औकात का पता चल जायेगा वही ये सिर्फ ईवीएम के सहारे ही जीत सकते हैं वरना लोगों ने तो इन्हे साफ़ करने का मन बना रखा है। वहीं कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि कांग्रेस तो पहले ही भाग चुकी है और कांग्रेस में किसी को भी समर्थन देने की होड़ लगी हुई है।

उन्होंने अपने करनाल के उम्मीदवार का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने पहले दिन ही इस बात की घोषणा कर दी थी कि वो इनेलो की उम्मीदवार है लेकिन फिर भी उसे समर्थन देने वालो की होड़ लगी हुई है। नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने दुष्यंत चौटाला की नयी बनी पार्टी जननायक जनता दल पर पूछे गए सवाल पर अपने चिरपरिचित अंदाज़ में किनारा कर लिया। वही राव नरवीर सिंह की डिग्री मामले पर अभय सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और अगर डिग्री फ़र्ज़ी है तो मुख्यमंत्री को उनसे इस्तीफा लेना चाहिए। पांच राज्यों में हुए चुनावों के परिणामों पर अभय सिंह चौटाला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कई राज्यों में मज़बूत क्षेत्रीय दल ना होने की वजह से कांग्रेस और बीजेपी वहां अपना दांव चला लेते हैं।