चंडीगढ़: डॉ. राकेश गुप्ता ने नोडल अधिकारियों को दिये निर्देश

ख़बरें अभी तक। मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अंत्योदय सरल केंद्रों में कार्यप्रणाली में तेजी लाएं ताकि जनता को सरकारी योजनाएं और सेवाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। डॉ. राकेश गुप्ता ने बुधवार को चण्डीगढ़ में अंत्योदय सरल केंद्रों पर नोडल अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल 25 दिसंबर, 2018 को सुशासन दिवस के अवसर पर 34 नए अंत्योदय केंद्र, सरल केंद्र और अंत्योदय सरल केंद्रों की शुरुआत करेंगे।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि 25 दिसंबर तक अपने-अपने विभाग की सभी योजनाओं और सेवाओं को पूरी तरह से ऑनलाइन करें। डॉ. गुप्ता ने कहा कि अंतोदय सरल केन्द्र पर लोगों को 35 विभागों से संबंधित 425 नागरिक सुविधाएं तथा सेवाएं एक छत के नीचे दी जा रही हैं। इसके अलावा, प्रदेश में चल रहे 6000 अटल सेवा केन्द्रों (सीएससी) पर भी अब इन सभी 425 नागरिक सुविधाएं का लाभ मिलेगा। इसके लिए अपने-अपने जिलों में प्रचार-प्रसार करें ताकि लोग इसका लाभ ले सकें।

डॉ. गुप्ता ने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अंत्योदय पोर्टल पर प्राप्त आवेदन या शिकायतों को जल्द निपटाएं। इसके साथ ही विभाग अगर कोई आवेदन या शिकायत रद्द की जाती है तो उसका सही कारण बतायें जो आमजन समझ पाए और वो अन्य जगह आवेदन कर सके। उन्होंने कहा कि विभाग अपने स्तर पर भी प्रचार-प्रसार करें कि उनके विभाग की सभी योजनाएं अब अंत्योदय केंद्रों पर उपलब्ध हैं।

उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आमजन को सभी योजनाओं और सेवाओं का लाभ जल्द मिलना चाहिए और इसमें किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जानी चाहिए और पूरी जिम्मेदारी के साथ इस कार्य को करें।  उन्होंने कहा कि आज हम पेपरलैस वर्क की ओर तेजी से बढ़ रहे है ताकि बिचौलियों की भूमिका को समाप्त कर लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त पारदर्शी तरीके से नागरिक सुविधाएं मिल सकें। इसलिए अंत्योदय केंद्रों की कार्यप्रणाली में तेजी लाएं। बैठक में डॉ. राकेश गुप्ता ने सभी योजनाओं को पूरी तरह से ऑनलाइन करने के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की प्रशंसा की।

वहीं अन्य विभागों को भी जल्द योजनाओं और सेवाओं को ऑनलाइन करने के लिए निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि कॉल सेंटर में रोजाना 2000 कॉल आती हैं। डॉ. गुप्ता ने कहा कि लोगों का भरोसा इस प्रणाली पर बढ़ रहा है। हेल्पलाइन नंबर पर आने वाली शिकायतों पर भी तुरंत कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा इस पैमाने पर नागरिक सेवा वितरण में परिवर्तन करने वाला पहला राज्य है और अब तक अंत्योदय सरल प्रणाली को 3 पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इसलिए आगे भी इसे सफल बनाए रखने के लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य करना आवश्यक है।