रेवाड़ी में न्यायाधीश नरेश कुमार की अदालत ने दिया ऐतिहासिक फैसला, पढ़िए पूरी खबर..

खबरें अभी तक। रेवाड़ी में न्यायाधीश नरेश कुमार की अदालत ने एक युवक को 8 साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या करने के मामले में फांसी की सजा सुनाई है। रेवाड़ी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि रेप और मर्डर के आरोपी को फांसी की सजा सुनाई गई हो।

मामला रेवाड़ी के कसोली गांव का है, जहां मध्यप्रदेश का एक परिवार रहता था। पास ही में यूपी के गांव का युवक सन्नी अपनी बहन और जीजा के साथ रह रहा था। 8 जून को बहन और जीजा कहीं बाहर गए और इसी दौरान बच्ची के माता-पिता सन्नी को कह कर गए थे कि वह बेटे को दवाई दिलवाने के लिए जा रहे हैं, बेटी घर में अकेली है ध्यान रखना।

जिसके बाद सन्नी के अंदर का जानवर जाग गया और उसने बच्ची को धोखे से अपने कमरे में बुला लिया। सन्नी बच्ची से जबरदस्ती करने लगा, जब बच्ची ने विरोध किया, तो उसने बच्ची के हाथ और मुंह बांधकर उसके साथ दुष्कर्म किया। बाद में उसे अपने पकड़े जाने का डर सताया तो बच्ची का गला दबाकर हत्या कर दी।

वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने बच्ची का शव अल्मारी में छुपा लिया। बाद में बच्ची के परिजन लौटे तो बच्ची ना मिलने पर उन्होंने सन्नी से पूछा। सन्नी ने कहा कि बच्ची किसी लड़के के साथ गई है। लेकिन काफी देर तक तलाश करने पर भी जब वह नहीं मिली, तो पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।

पुलिस ने शक के बुनियाद पर सन्नी से पूछताछ की और उसने टूट कर सारा सच बयान किया। जिसके छह महीने बाद अब कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए आरोपी सन्नी को फांसी की सजा सुनाई है। जज के सजा सुनाने पर सन्नी कोर्ट में फूट-फूट कर रोने भी लगा था।