‘हरियाणा परिवहन विभाग की नाकामी के चर्चे दिल्ली, यूपी, राजस्थान तक’

ख़बरें अभी तक। हरियाणा रोडवेज की स्थिति किसी पंचर टायर से कम नहीं है। पिछले लगभग 1 महीने से छात्र-छात्राएं युवा नौकरी पैसे वाले मजदूर किसान हर कोई परेशान है। क्योंकि हरियाणा की लाइफ लाइन कहे जाने वाली रोडवेज की बसें सुचारू रूप से नहीं चल रही है। कभी कर्मचारियों की हड़ताल तो कभी सरकार के कुछ फैसलों के खिलाफ कर्मचारियों की बगावत लेकिन इन सबके बीच आम जनता पिस रही है।

वैसे तो सरकार ने जिस दिन से कर्मचारियों का ओवरटाइम बंद किया उस टाइम से हिसार बस अड्डे पर दोपहर के बाद भारी भीड़ जमा हो जाती है दो-दो तीन-तीन घंटे गुजर जाते हैं लेकिन बसे नहीं मिलती है। लेकिन आज हरियाणा परिवहन विभाग की नाकामी के चर्चे दिल्ली यूपी राजस्थान तक हो गए हैं।

छात्रों से लथपथ यह बसें, काउंटर पर लगी युवाओं की लंबी लाइनें इस बात का गवाह है कि हरियाणा रोडवेज की सेवाएं ठीक नहीं है आज पुलिस भर्ती की परीक्षा देने के लिए हरियाणा ही नहीं दिल्ली उत्तर प्रदेश और राजस्थान से हजारों की संख्या में युवा हिसार पहुंचे थे।

लेकिन पेपर देने के बाद जैसे ही वह बस अड्डे पहुंचे तो वहां पर उन्हें बस नहीं मिली।घंटो बीत जाने के बाद भी हरियाणा रोडवेज की दिल्ली जाने वाली बसें  हिसार अड्डे  तक नहीं पहुंची जो परिवहन विभाग हर 5 मिनट में दिल्ली के लिए बस सर्विस का दावा ठोकता आ रहा था उसकी हकीकत युवा खोल रहे हैं।

सरकार और कर्मचारियों के बीच चली आ रही तल्खी का अंजाम आम जनता भुगत रही है और हिसार शहर का तो दुर्भाग्य ही ऐसा है कि यहां कोई स्थाई जीएम नहीं है एडीसी को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है टीएम के हवाले पूरा बस अड्डा है लेकिन मैनेजमेंट और सुविधाओं के नाम पर क्या स्थिति है यह तस्वीरें बताती है