कोटेदार डकार गया गरीबों का हक, सामने आया लाखों का अनाज घोटाला

ख़बरें अभी तक। सूबे की बागडोर संभालते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी खाद्यान्न को सीधे गरीबों तक पहुंचाने का वादा किया था। सरकार ने सख्ती दिखाई, अफसरों को चेताया मगर असर कुछ खास नहीं हुआ। पिछली सरकार में जो खाद्यान्न घोटाले हो रहे थे, वह आज भी धड़ल्ले से जारी हैं। और तो और विभाग के अफसर भी अनाज घोटालेबाजों के खिलाफ कोई एक्शन लेने के बजाय जांच की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं।

जिले में गरीबों के निवाले का एक बड़ा घोटाला सामने आया है। ताजा मामला विकास खंड फतेहपुर के ग्राम पंचायत गुरसेल से जुड़ा है। जहां के ग्राम प्रधान ने कोटेदार प्रदीप कुमार पर आरोप लगाया है कि वह बीते कई सालों से लाखों रुपए का खाद्यान्न घोटाला कर चुका है। प्रधान का आरोप है कि इस मामले को लेकर बीते कई सालों से विभाग के अधिकारियों के पास शिकायत लेकर आ रहे हैं, लेकिन कोटेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही। प्रधान का कहना है कि कोटेदार राशन कार्डों के जरिये फर्जी तरीके से लाखों का खाद्यान्न घोटाला कर रहा है और उसे बार-बार केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है।

गांव के प्रधान अजीत कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत गुरसेल में पिछले काफी समय से राशन घोटाला चल रहा है। कई बार वह डीएसओ में इस बारे में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। प्रधान के मुताबिक गांव का कोटेदार लगभग 15 लाख का खाद्यान्न घोटाला कर चुका है। वह इसकी निष्पक्ष जांच चाहते हैं। प्रधान ने बताया कि वह बीते दो साल में कई बार यहां शिकायत कर चुके हैं, वेकिन कोटेदार को केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है। प्रधान ने मांग करते हुए कहा कि गांव में जो 547 लोगों के कार्ड की जो सूची थी, उसका सर्वे कराया जाए। प्रधान ने आरोप लगाया कि 547 कार्ड धारकों में से अगर 200 लोगों को भी गल्ला मिल जाए तो हर घर का चूल्हा जल जाएगा। लेकिन विभाग की शह पर कोटेदार धड़ल्ले से लोगों के राशन का घोटाला कर रहा है।

वहीं प्रधान के आरोपों पर जब हमने बाराबंकी के जिला पूर्ति अधिकारी सन्तोष विक्रम शाही से बात की तो उन्होंने बताया कि राशन के दुरुपयोग की शिकायत आई है। इस मामले में टीम का गठन कर दिया गया है। टीम की रिपोर्ट में अगर कोई भी लापरवाही की बात सामने आती है, तो कोटेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रधान की बराबर शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई न होने पर डीएसओ ने कहा कि इस मामले में पहले भी कई बार जांच हो चुकी है। अब नए सबूतों के आधार पर दोबारा जांच कराई जाएगी और कार्रवाई होगी