UPSC में घट रही है हिंदी मीडियम के छात्रों की संख्या, अंग्रेजी को दे रहे ज्यादा अहमियत

ख़बरें अभी तक। सिविल सेवा में चयनित होने वाले हिंदी मीडियम उम्मीदवारों की संख्या में लगातार 2011 के बाद कमी हुई है। इसी साल सरकार ने सीसैट लाने का ऐलान किया था। हाल ही में मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे 370 अधिकारियों में से 8 ने सिविल सर्विस परिक्षा हिंदी में दी थी। वहीं 2013 में 202 में से 48 उम्मीदवारों ने हिंदी में परीक्षा पास की थी.

यहां तक की सिविल सर्विस में चयन होने वाले हिंदी मीडियम स्कूल और विश्वविद्यालय से पढ़े उम्मीदवारों की संख्या भी काफी घट गई है और अंग्रेजी माध्यम को चुनने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा हुआ है। 2018 में हिंदी मीडियम में उम्मीदवारों की संख्या मात्र 2.16% है। इन आंकडों से पता चलता है कि हिंदी में विद्यार्थीयों की रुची दिन–प्रतिदिन कम होती जा रही है.