अनूठी लोक संस्कृति और परंपराओं के लिए विख्यात जौनसार

 ख़बरें अभी तक। देहरादून जौनसार बाबर क्षेत्र की संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने के लिए एक लोक पंचायत समूह बनाया गया है। लोक पंचायत के कार्यकर्ताओं ने यमुना अपनी अनूठी लोक संस्कृति और परंपराओं के लि और टोंस क्षेत्र के पाकृतिक जल स्त्रोंतो का बीड़ा उठाया है। साथ ही लोक पंचायत साफ-सफाई और घाटों के निर्माण के लिए प्रयासरत है। विख्यात जौनसार बाबर क्षेत्र देश में एक अलग पहचान रखता है। जिसकी वजह यहां के पौराणिक तीज त्यौहार तो हैं ही साथ ही यहां पर मेले और धार्मिक आयोजन इस स्थान को अलग पहचान दिलाते हैं।

इन दिनों भी यहां के गांवों में माघ व मरोज पर्व की धूम देखने को मिल रही है। जिसे मनाने के लिए दूर दराज काम कर रहे या पढ़ाई करने गये लोग अपने अपने गांव पहुंच कर इस त्यौहार को धूमधाम से मनाते हैं। आपको बता दें कि जौनसार बाबर क्षेत्र के गांव में धार्मिक आयोजन व तीज त्यौहार के मौके पर एक अनुठी छटा देखने को मिलती है। बताया जाता है कि मरोज पर्व यहां के लोगों का प्रमुख त्यौहार है। जिसको पारंपरिक रूप में सभी मिलजुलकर मानते हैं और गांव के आंगन में लोक गीत गाकर और सामूहिक नृत्य कर अपनी खुशी का इजहार करते हैं।

हालांकि समय के साथ साथ यहां भी अब इस तरह के आयोजनों में बदलाव आने लगा है, और आज की युवा पीढ़ी अपनी लोक संस्कृति को भूलती जा रही है, लेकिन यहां के कई गांव ऐसे भी हैं जहां युवा पीढ़ी न केवल इस तरह के आयोजन में बढ़ चढ़कर भागीदारी निभाती है बल्कि अपनी लोक संस्कृति को बचाने के लिए प्रयास भी करती रहती है। जौनसार जनजातीय क्षेत्रों में से सबसे बड़ा और सबसे अधिक जनसंख्या वाला क्षेत्र है।