पांच साल में ही पुल में आई दरारें, वाहनों की आवाजाही पर लगी रोक

ख़बरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भूतनाथ पुल में दरारें दिखने के बाद पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गयी है। जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी में 6 साल पहले वाहनों की आवाजाही के लिए शुरू किए गए भूतनाथ पुल पर दरार आने के बाद कुल्लु में वाहनों का दबाव बढ़ गया है। वहीं अब स्थानीय जनता ने भी दोषियों पर कार्रवाई की मांग शुरू कर दी है। पुल इस कदर क्षतिग्रस्त हो चुका है कि इसमें पिछले 5 जनवरी से वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। पुल का बीच का हिस्सा झुकना शुरु हो गया था। वाहनों को पुल से आर-पार होने नहीं दिया जा रहा है। मनाली व खराहल, सारी भेखली की तरफ जाने वाली बसों को कुल्लू रामशिला सड़क से ही भेजा जा रहा है।

बसों से उतरने वाले यात्रियों को भी भूतनाथ से ही पैदल चलकर ढालपुर का रुख करना पड़ रहा है। गौर रहे कि शहर में जाम की समस्या से निपटने के लिए वर्ष 2005 में भूतनाथ पर बने पुल का शिलान्यास किया गया था। करीब आठ साल की मेहनत के बाद ब्यास नदी पर पुल को तैयार किया गया। लेकिन पांच साल में ही इस पुल की हालत खराब हो गई। इसमें कई जगह दरारें आ गई हैं।मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुल से वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। स्थीनीय निवासी गोविंद का कहना है कि  इतनी जल्दी 10 करोड़ की लागत से बने पुल में दरारें आना लापरवाही है और सरकार से भी मांग है कि जल्द दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाए।