हिमाचल प्रदेश: बेटियां बचाने को ऊना प्रशासन ने कसी कमर

ख़बरें अभी तक। जिला ऊना के सिर से कम लिंगानुपात के धब्बे को मिटाने के लिए ऊना प्रशासन नए-नए प्रयास कर रहा है। जिला प्रशासन द्वारा शुरू गई ऊना उत्कर्ष योजना के तहत आज प्रशिक्षिण और जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की जबकि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल  सत्ती भी मौजूद रहे। सैजल ने बेटियां बचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा चलाये गए कार्यक्रमों की सराहना की वहीं ऊना उत्कर्ष योजना के कुछ बिंदुओं को प्रदेश में लागू करने का दावा किया।

ऊना जिला देश के उन सौ जिलों में शुमार था जहां बेटियों की संख्या बेटों के मुकाबले काफी कम आंकी थी, लेकिन जिला प्रशासन के प्रयासों से ऊना जिला के लिंगानुपात में सुधार देखने को मिला। यूं तो जिला प्रशासन द्वारा बेटियों को बचाने के लिए कई योजनाएं चलाई गई लेकिन ऊना उत्कर्ष योजना लिंगानुपात में सुधार के लिए मील का पत्थर साबित हुई। इस योजना के तहत बेटियों वाले परिवारों को कई प्रकार के लाभ दिए जा रहे है। ऊना उत्कर्ष योजना के तहत आज पुलिस लाइन झलेड़ा में जिलाभर के करीब 5 हजार कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

इस शिविर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की जबकि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती, चिंतपूर्णीं के विधायक बलबीर चौधरी, राज्य औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष प्रो.राम कुमार, उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति भी विशेष तौर पर उपस्थित थे। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई ऊना उत्कर्ष एक अनूठी पहल योजना के कुछेक बिंदुओं को सरकार पूरे प्रदेश में लागू करने का पूरा प्रयास करेगी ताकि बेटियों के प्रति समाज में व्याप्त मानसिकता को लेकर व्यापक जन जागरूकता लाई जा सके।