साइबर एक्सपर्ट के दावे के बाद विपक्ष कर रहा बैलट चुनाव की मांग

खबरें अभी तक। एक अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट ने दावा किया है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को हैक किया जा सकता है. जिसके बाद से सियासी माहौल गरमाया हुआ है. वपक्षी पार्टियों ने बीजेपी पर आरोप लगाने शुरु कर दिए हैं. आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और बीएसपी प्रमुख मायावती ने आने वाले लोकसभा चुनाव ईवीएम की जगह बैलट पेपर से कराने की मांग की है।

नायडू का कहना है कि हैकर ने साबित कर दिया है कि भारत में इस्तेमाल होने वाले ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है। टीडीपी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि ईवीएम लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा हैं। इस संबंध में नायडू ने हैकद द्वारा किए गए दावों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं से सतर्क रहने को कहा गया है। उन्होंने कहा, ‘ईवीएम में छेड़छाड़ की संभावनाओं की खबरें परेशान करने वाली हैं। यह लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है। हमें तुरंत चुनाव के लिए बैलट पेपर की तरफ लौटने की जरूरत है।’

दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि यदि हमसे ज्यादा आधुनिक देश ईवीएम का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो इसके पीछे जरूर कोई कारण होगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकतांत्रिक संस्थानों को कमजोर करने प्रयास कर रही हैं। एसपी प्रमुख ने कहा, ‘बीजेपी इसके जरिए लोकतंत्र और विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है, क्यों जापान जैसा अडवांस्ड देश ईवीएम का इस्तेमाल नहीं करता है। यह सवाल देश के 130 करोड़ लोगों के बीच उठाया जाना चाहिए।’

बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी ईवीएम की जगह मतपत्रों से चुनाव कराए जाने की मांग की है। मायावती ने कहा कि लोकतंत्र के व्यापक हित में ईवीएम विवाद पर तत्काल समुचित ध्यान देने की जरूरत है. मायावती ने कहा कि वोट हमारा राज तुम्हारा, नहीं चलेगा, इसलिये जनता की इस आशंका का समय पर संतोषजनक समाधान होना जरूरी है।

वहीं कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी इस मामले की जांच करने के लिए सरकार से गुहार लगाई है. बता दें कि लंदन में जिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में साइबर एक्सपर्ट ईवीएम में छेड़छाड़ हो सकने की बात कह रहा था, उस समय कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल वहीं मौजूद थे। बीजेपी ने कपिल सिब्बल के मौजूदगी को लेकर भी सवाल उठाए हैं।

इस पूरे मामले के जोर पकड़ने से चुनाव आयोग (ईसीआई) ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की जांच करने की मांग की है. आयोग ने अपने पत्र में इस पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच करने की मांग की है। ईसीआई का कहना है कि लंदन में हुए कार्यक्रम में सैयद शुजा द्वारा किए गए दावों की जांच की जाए.