भारत ने चीन के साथ बढ़ते व्यापार घाटे की बार-बार की शिकायत

ख़बरे अभी तक। भारत के वाणिज्य सचिव अनूप वधावन ने अपने चीन दौरे में चीन के उपमंत्री वांग शोवेन से द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा करते हुए चीन में भारत के बढते व्यापार घाटे के बारे में बार-बार चिंता जताई है। साथ ही कहा कि चीन को भारत से सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं, कृषि वस्तुओं और दवाओं का आयात करना चाहिए। साथ ही कहा कि आपसी पर्यटन को भी बढ़ावा देना चाहिए। मांग की है कि चीन भारतीय कंपनियों को चीनी बाजारों तक अधिक पहुंच प्रदान करें। उन्होंने कहा कि चीन को भारत से सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं, कृषि वस्तुओं और दवाओं का आयात करना चाहिए और आपसी पर्यटन को बढ़ावा देना चाहिए।

अनूप वधावन ने कहा कि इन सभी क्षेत्रों में भारत की स्थिति मजबूत है, जबकि चीन के इन बाजारों में भारत की उपस्थिति बहुत कम है। भारत कई वर्षों से चीन के सामने बढ़ते व्यापार घाटे को लेकर चिंता जताता आया है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई अनौपचारिक शिखर बैठक में भी व्यापार बढ़ते व्यापार घाटे के मुद्दे को लेकर चर्चा हुई थी। भारत चीन के व्यापार में भारत का व्यापार-घाटा चीन को किया जाने वाला निर्यात वहां से होने वाले आयात की तुलना में 51 अरब डॉलर से भी अधिक है।